कोरोना से जंग में सामने आए दानवीर

हालांकि भारत सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए जो भारी भरकम आर्थिक पैकेज घोषित किया है, उसमें कई कमियां हैं। बावजूद इसके हम यह नहीं कह सकते कि घोर संकट के समय केंद्र सरकार ने आर्थिक पैकेज लाने में बहुत देरी की। लेकिन देश के तमाम सम्पन्न लोग चाहे वे बड़े उद्योगपति हों, अथाह पैसा कमाने वाले हमारे सिने सेलिब्रिटी हों, सम्पन्न खिलाड़ी हों, ब्यूरोक्रेट हों या किसी भी जरिये से सम्पन्न हुए भारतीय हों। ये सब अभी तक देश को इस महामारी की जंग से लड़ने के लिए यह कहते हुए सामने नहीं आये कि पैसे की कोई कमी नहीं होने देंगे। हालांकि मीडिया के दबाव में कुछ सेलिब्रिटीज़ ने प्रधानमंत्री और अलग- अलग राज्यों के मुख्यमंत्री राहत कोषों के लिए सहायता की घोषणा की है, कुछ जल्द ही अपनी घोषणाओं के साथ सामने आएंगे। लेकिन कल्पना करिये इस तरह का कोई दबाव न हो तो भी क्या ये ऐसी मदद के लिए दिल से सामने आएंगे? साथ ही जो सामने आए हैं क्या उनकी मदद, उनके रूतबे और उनकी कमाई के मुताबिक है? आइये देखते हैं। भारत के ही नहीं, एशिया में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले कलाकार के रूप में विख्यात रजनीकांत ने इस आपदा से जंग के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 50 लाख रुपये का योगदान दिया है। जबकि कमाई के मामले में उनके पासंग भी न रहने वाले बाहुबली फेम प्रभाष ने उनसे 7 गुना ज्यादा यानी 4 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा की है। अपनी इस मदद में वह 3 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष को देंगे और 50-50 लाख रुपए आंध्र प्रदेश व तेलंगाना राज्यों के मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार ने 25 करोड़, कार्तिक आर्यन ने 1 करोड़, महेश बाबू, 1 करोड़ रुपये, पवन कल्याण ने 1 करोड़ रुपये, हेमा मालिनी ने 1 करोड़ रुपये, सनी देयोल ने 50 लाख रुपये और कपिल शर्मा ने भी 50 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है, जबकि ऋतिक रोशन ने मास्क देने की बात कही है, वो कितनी कीमत के होंगे। इसके बारे में ज्यादा कुछ साफ  नहीं है। हैरानी की बात यह है कि कमाई के मामले में बॉलीवुड के सबसे धनी सुपर स्टार चाहे वे अमिताभ बच्चन हों, शाहरुख खान हों, सलमान खान हों या अपनी अच्छी-अच्छी बातों के लिए जाने जाने वाले आमिर खान हों। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक इनमें से किसी ने भी आर्थिक मदद की घोषणा नहीं की थी। हालांकि उम्मीद यह है कि मीडिया जिस तरह इनकी थू थू कर रहा है, उसके चलते अंतत: ये सब सेलिब्रिटी भी कुछ न कुछ मदद देने के लिए बाध्य होंगे। बड़े सिने स्टारों की तरह देश के बड़े खिलाड़ियों ने भी इस आपदा से लड़ने के मामले में अपना बड़प्पन नहीं दिखाया और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने 3 करोड़ का योगदान डाला है। जिन खिलाड़ियों को हाल के सालों में पूरी दुनिया में अपनी कमाई के लिए जाना गया है, उनमें से एक महेंद्र सिंह धोनी भी हैं, जिन्होंने इस आपदा से लड़ने के लिए महज एक लाख रुपए का योगदान किया है और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जो अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान हमेशा पांच सितारा होटल में रहना पसंद करते थे, उन्होंने महज 50 लाख रुपए की सहायता दी है। इसमें 25 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए और 25 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए। इनके अलावा क्रिकेटर रोहित शर्मा ने 80 लाख और राजनीति में आए गौतम गम्भीर ने 1 करोड़ का योगदान डाला है।इस तरह देखा जाए तो हमारे सेलिब्रिटी आर्थिक मदद के नाम पर काफी आम हिंदुस्तानियों जैसे ही होते हैं। जहां तक उद्योगपतियों द्वारा इस आपदा में आर्थिक मदद किये जाने की बात है तो वे भी इस भयानक आपदा से निपटने के लिए उस तरह से सामने नहीं आये, जैसे दुनिया के दूसरे उद्योगपति अपने-अपने देशों में आए हैं। मसलन आनंद महिंद्रा ने एक ट्वीट के जरिये घोषणा की है कि वह अगले कुछ महीनों तक अपनी हर महीने की पूरी तनख्वाह मदद के लिए देंगे। क्योंकि महिंद्रा साब को करीब 6 करोड़ रुपए तनख्वाह के मिलते हैं, लेकिन तनख्वाह से मदद करने का मतलब है कि उनकी तीसरे महीने की तनख्वाह चौथे महीने में आयेगी और तब तक इसे पाने के लिए इंतजार करना होगा। हालांकि राहुल बजाज ने 100 करोड़ रुपए और अजीम प्रेमजी ने 50 करोड़ रुपए की मदद की बात कही है। जबकि रतन टाटा ने 1500 करोड़ रुपए का योगदान डाला है। जहां तक भारतीय उद्योगपतियों के बरक्स विदेशी उद्योगपतियों की बात है तो ऐसे मौके पर उनकी दरिया दिली देखते ही बनती है। मसलन चीनी उद्योगपति जैक मा ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए चीन में जो आंख मूंदकर मदद की वह तो की ही, उन्होंने अफगानिस्तान, बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस, मालदीव, मंगोलिया, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के लोगों को इस संकट से निपटने के लिए 18 लाख मास्क, 2 लाख 10 हजार परीक्षण किट, 36 हजार बॉडी सूट वेंटिलेटर और थर्मामीटर का दान किया है। जबकि हम सब जानते हैं कि भारत में 86,000 व्यक्तियों के पीछे भी एक अस्पताल बेड नहीं है। वेंटीलेटर की तो पूछिए ही नहीं। बावजूद इसके अभी तक कोई उद्योगपति आगे बढ़कर सामने नहीं आया कि हम यह करेंगे।इसी तरह दुनिया के दूसरे नंबर के सबसे बड़े उद्योगपति बिल गेट्स ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए वैश्विक अनुसंधान और उपचार में सहायता हेतु 10 करोड़ अमरीकी डॉलर की मदद दी है। भारत के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 500 करोड़ रुपए पीएम केयर्स फंड में दिए हैं। यह वाकई हैरान करने वाली बात है कि जहां दुनिया के कुछ सबसे धनी लोग वैश्विककारण के चलते दुनिया की जिम्मेदारी भी बांटने के लिए तैयार हैं, वहीं उनके भारतीय समकक्षों ने तो कम से कम अब तक अपनी ऐतिहासिक चुप्पी या कहें बहरेपन से ही दुनिया ध्यान अपनी तरफ  खींचा है।

 —इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर