बड़े स्तर पर डाक्टरी उपकरण मंगवाने के लिए जद्दोजहद

डेहलों, 6 अप्रैल (अमृतपाल सिंह कैले): कोरोना वायरस कोविड-19 के देश भर के लगातार बढ़ रहे मामलों के कारण सरकार हरकत में आ गई है। देश इस समय सुरक्षा पक्ष से कड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है तथा इस बीमारी से निपटने वाले डाक्टरी स्टाफ को ज़रूरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए केन्द्र सरकार से संबंधित एक कम्पनी एच.एल.एल. लाइफ केयर द्वारा बड़े स्तर पर डाक्टरी उपकरण मंगवाने के लिए टैंडर दिए हैं। 24 मार्च को किए गए टैंडर की अंतिम तिथि 15 अप्रैल निर्धारित की गई है। जानकारी के अनुसार कम्पनी ने 10 लाख शारीरिक कवच व चश्मे, 10 लाख एन-95 मास्क, 20 लाख नाइट्रिक डाक्टरी दस्ताने, 6 लाख चेहरा शील्ड व 2 करोड़ ट्रिपल लेयर सर्जीकल मास्क आदि अन्य सामान ज़रूरी मंगवाए गए हैं। इस सामान की सुपुदर्गी के लिए बोली की अंतिम तिथि 15 अप्रैल, 2020 निर्धारित की गई है। सरकार अपने स्तर पर साधन जुटाने में लगातार प्रयासरत है। वर्णनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिस अनुसार किसी भी देश को स्वास्थ्य व राष्ट्रीय आय के कम से कम 1 प्रतिशत से 10 प्रतिशत के बीच खर्च करना चाहिए, जबकि एन.एच.पी. (नैशनल हैल्थ प्रोफाइल) अनुसार वर्ष 2016-17 में भारत में स्वास्थ्य पर जी.डी.पी. के 1 प्रतिशत (1.02 प्रतिशत) से थोड़ा अधिक खर्च किया गया था। जानकारी के अनुसार पंजाब के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए 2013-14 में पंजाब का सार्वजनिक स्वास्थ्य खर्च जी.एस.डी.पी. (कुल राज्य घरेलू उत्पाद) का 0.95 प्रतिशत किया गया था। चाहे सरकारों द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए वार्षिक खर्च किया जा रहा है परन्तु चिंता यह भी है कि कोरोना वायरस उपाय करने के बावजूद भारत में पहुंच गया है तथा बीमारी को फैलने से रोक नहीं पा रहे हैं जबकि सरकारी व प्राइवेट डाक्टर बीमारी से लड़ने के लिए दिन-रात अनथक मेहनत कर रहे हैं।