निजी कंपनियों द्वारा कर्मचारियों पर दबाव बना कर करवाया जा रहा काम

गुरदासपुर, 9 अप्रैल (भागदीप सिंह गोराया) : एक ओर जहां कोरोना की मार में पूरे देश के लोग आर्थिक तंगी महसूस कर रहे हैं परन्तु फिर भी सरकार की ओर से उनको इस नाजुक घड़ी में अंदर रहने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे लोगों को कोरोना के कहर से बचाया जा सके। इसको मुख्य रख कर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की ओर से देश में  लॉकडाउन कर कर्फ्यू लगाए गए हैं परन्तु फिर भी देश में  कोरोना केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं और मौतों की संख्या भी लगभग 184 का आंकड़ा पार कर चुकी है परन्तु इस सबके बावजूद भी प्राईवेट सैक्टर में नौकरियाँ कर रहे लोगों को घर से बाहर जाकर काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। अपना और अपनी कंपनी का नाम न बताने की शर्त पर कुछ प्राईवेट नौकरियाँ करने वालों ने बताया कि उनके उच्च अधिकारियों की ओर से कान्फ्रैंस कॉल और वीडियो कान्फ्रैंसिंग द्वारा लगातार उन पर बाहर जाकर काम करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश में लॉकडाउन के चलते लगभग सभी ही काम प्रशासन की तरफ से रोक दिए गए हैं। परन्तु प्राईवेट कंपनियों की ओर से अपने कर्मचारियों का सोशन लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि सरकारों को निजी कंपनियों की तरफ से अपने कर्मचारियों और काम के लिए बनाऐ जा रहे दबाव सम्बन्धी कोई पुख्ता हल निकालना चाहिए, जिससे निजी कंपनियों के कर्मचारी भी लॉकडाउन की इस स्थिति में घरों से बाहर निकलने के लिए मजबूर न हों। इनमें से कुछ कर्मचारियों ने बताया कि उनके उच्च अधिकारियों की ओर से बनाए गए दबाव के बाद वह पुलिस की कार्यवाही का शिकार भी हो चुके हैं। इसके चलते निजी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी अंदर रहने के प्रशासनिक हुक्मों और निजी कंपनियों की ओर से घर से बाहर जाकर काम करने के लिए बनाऐ जा रहे दबाव में पिसते हुए नज़र आ रहे हैं। जिसके कारण निजी कंपनियों के सैंकड़े कर्मचारी नौकरियां छोड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं।