10वीं व 12वीं के 3 लाख विद्यार्थी अधर में लटके

फाज़िल्का, 26 अप्रैल (दविंदर पाल सिंह): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जा रही परीक्षाएं कर्फ्यू व लॉकडाऊन के कारण अधर में ही लटकी हुई हैं, जिस कारण विद्यार्थियों में चिंता नज़र आ रही है। उनके अभिभावक व विद्यार्थी भी भविष्य धुंधला होने से चिंतित नज़र आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार 10वीं कक्षा के लिए लगभग 4 लाख 30 हज़ार विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। वह भी केवल एक ही विषय का पेपर हुआ है। 12वीं कक्षा के लिए तीन लाख के करीब विद्यार्थी परीक्षा दे रहे थे परंतु इसमें केवल एक तिहाई काम ही मुकम्मल हुआ है। उधर देशभर से आती कोरोना महामारी की भयानक खबरों ने विद्यार्थियाें को निराश कर दिया है जिस कारण उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता। 
अब अधिकतर विद्यार्थी व अभिभावक अध्यापकों व अन्य जानकारों से ही इस संबंधी जानकारी लेते हैं कि क्या पेपर होेंगे या नहीं परंतु संतोषजनक जवाब न मिलता होने के कारण विद्यार्थी व उनके अभिभावक चिंता में डूबे हुए हैं। शिक्षा सुधार कमेटी के प्रवक्ता हंसराज ने बताया कि हो चुके पेपरों का मूल्यांकन हो चुका है शेष रहती परीक्षाएं लिए बगैर विद्यार्थियाें को पास नहीं किया जा सकता। इसलिए विद्यार्थियाें को इस खाली समय का प्रयोग करना चाहिए। विभाग द्वारा व अध्यापकों द्वारा पूरी मदद की जा रही है। शिक्षा विभाग व पंजाब के उच्चस्तरीय अधिकारियों का कहना है कि विद्यार्थी इस असमंजस में न रहें कि परीक्षाएं नहीं होंगी। विभाग की परीक्षा लेने के लिए तैयारी पूरी है। सूत्रों के अनुसार विभाग द्वारा विद्यार्थियों में सामाजिक दूरी बनाकर परीक्षाएं लेने के लिए प्रस्ताव रखा गया है जिसके तहत एक कमरे में 10 से 15 विद्यार्थी बैठाकर परीक्षा लेने का सुझाव दिया गया है। शिक्षा सुधार कमेटी व विद्यार्थियों के अभिभावकों ने पंजाब सरकार से मांग की है कि परीक्षाओं को लॉकडाऊन से बाहर रखकर परीक्षाएं ली जा रही हैं क्योंकि स्कूल बहुत बड़े हैं और स्टाफ की भी कमी नहीं है।