मंडियों में व्यवस्था की कमी के चलते किसानों और मजदूरों द्वारा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी 

तपा मंडी, 28 अप्रैल - ( कुलतार सिंह तपा) - कोरोना वायरस के खिलाफ कर्फ्यू के दौरान राज्य सरकार गेहूं के सीजन के मद्देनजर मजबूत इंतजाम करने का दावा कर रही थी, वहीं पंजाब की अनाज मंडी में इन दावों की हवा निकलती नजर आ रही। क्योंकि  पजाबं का अन्नदाता मंडियों में रूल रहा है और अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरप्रीत सिंह, सुखदेव सिंह, मलकीत सिंह और गुरचरण सिंह वासियन ढिलमा ने कहा कि वे अपने गेहूं के साथ पिछले काफी दिनों से मंडियों में बैठे हैं, लेकिन खरीद एजेंसी के किसी भी अधिकारी ने गेहूं की बोली लगाना उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि एक तरफ दुनिया भर में चल रही महामारी ने सभी क्षेत्रों के लोगों को हिलाकर रख दिया है और दूसरी ओर बदलते मौसम के कारण उन्हें मंडियों में रातें बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि खरीद केंद्रों में लिफ्टिंग और बारदाने की कमी उनकी सबसे बड़ी सिरदर्द बनी हुई है जिसके लिए उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन से मांग की है कि खरीद केंद्रों में व्यवस्थाओं की कमी को जल्द पूरा किया जाये।