193 पाकिस्तानी नागरिक विशेष स्वीकृति से देश लौटे

अटारी, 5 मई (रुपिन्द्रजीत सिंह भकना): कोरोना वायरस के चलते भारत सरकार द्वारा 23 मार्च से लाकडाऊन करने के बाद भारत-पाकिस्तान सीमाओं को एक बार पूरी तरह सील कर दिया गया था जिसके चलते पाकिस्तानी नागरिक जो अपने रिश्तेदारों व अन्य समारोहों में शिरकत करने के लिए भारत आए थे, वह एक बार भारत में ही फंस कर रह गए। आज दूसरे चरण के रूप में 193 पाकिस्तानी नागरिकों को विशेष स्वीकृति व अटारी वाघा सीमा रास्ते उनके देश भेजा गया। लगभग डेढ़ माह बाद अपने देश लौट रहे पाकिस्तानी नागरिक जो काफी खुश नज़र आ रहे थे, ने भारत-पाकिस्तान सरकार का धन्यवाद किया। इस अवसर पर उनके द्वारा भारत-पाकिस्तान दोस्ती के नारे भी लगाए गए।
विश्व भर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा अग्रिम एक दिन के लगाए जनता कर्फ्यू के बाद भारत में 23 मार्च को ही लाकडाऊन कर दिया गया जो अभी तक जारी है। इस मध्य ही इससे पहले भारत पहुंचे 200 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक जो अपने रिश्तेदारों व अन्य समारोहों में शिरकत करने आए थे, भारत के विभिन्न राज्यों में फंस कर ही रह गए। इससे पहले 16 अप्रैल को विशेष स्वीकृति के चलते 41 नागरिकों को अटारी-वाघा सीमा रास्ते उनके देश वापस भेजा जा चुका है तथा दूसरे चरण के रूप में आज 193 नागरिकों को अटारी सीमा रास्ते उनके देश भेजा गया। इस अवसर पर देश लौटने से पहले अटारी सीमा पहुंचे पाकिस्तान के राज्य सिंध के शहर गोटकी के वासी अशोक कुमार ने बताया कि वह फरवरी को  अटारी-वाघा सीमा रास्ते अपने 41 रिश्तेदारों के साथ भारत पहुंचा था, वह अपने धर्म गुरु के आश्रम जलगाऊं चले गए, जहां वह रायपुर पहुंचे तथा 20 मार्च को उन्होंने अपने देश वापस लौटना था परन्तु उनको पता चला कि भारत-पाकिस्तान सीमा बंद कर दी गई। उनके पास केवल 22 मार्च तक ही वीज़ा था जिस संबंधी उनके द्वारा कौंसिल खाने से सम्पर्क किया, जिनके द्वारा आनलाइन ही उनका वीज़ा बढ़ा दिया तथा वह गत समय से ही अपने देश के कौंसिलखाने के सम्पर्क में थे जिसके चलते आज अपने देश लौट रहे हैं। वह भारत-पाकिस्तान सरकारों के धन्यवादी हैं, खास कर भारत सरकार के जिसके द्वारा उनका ख्याल रखा गया।