तालाबंदी के कारण प्रजापत समुदाय के लोग भी हो रहे आर्थिक मंदी का शिकार 

तपा मंडी, 06 मई - (कुलतार सिंह तपा) - समाज का हर वर्ग कोरोना वायरस के कारण होने वाले लॉकडाउन से पीड़ित है, जिससे आम जनता और छोटे दुकानदारों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्रजापत समुदाय के लोग जो मिट्टी के बर्तन बनाते हैं और बेचते हैं, वे भी आर्थिक मंदी से पीड़ित हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए गुरदेव सिंह, कपूर सिंह, चूहड़ सिंह, बिल्लू सिंह आदि ने कहा कि उन्हें गर्मी के मौसम से बहुत उम्मीदें होती है। सीजन के दौरान और गर्मी के मौसम में वाटर कूलर, सराही (गागर), बोतलें, घड़े और तदुर जैसे बर्तनों की बिक्री का काम तेजी से होता है। वे कुछ रेडीमेड बर्तन भी लाते हैं, लेकिन कोरोना की मार पड़ने के कारण, इस समय उनका सीजन शुरू नहीं हो रहा है और खरीदे गए सामानों की बिक्री नहीं हो रही है, जिससे उन्हें भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मिट्टी के बर्तनों को बनाने के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार की मिट्टी की तलाश करनी पड़ती है और इस मिट्टी के बर्तनों को कारीगरों द्वारा मूल्यवान बनाया जाता है, कारीगरों को इस काम में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि कच्ची मिट्टी के बर्तनों को बनाया जाता है और आग में पकाया जाता है जिसे आवी कहा जाता है। लेकिन सरकार ने अभी तक इस समुदाय की कोई सार नहीं ली। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रजापत बारादरी का सार भी लिया जाए।