हिन्दी सिनेमा मेरे लिए काफी महत्त्वपूर्ण है दीपिका चिखलिया

रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण की सीता यानी दीपिका चिखलिया 55 साल की हो गई हैं। 1987 में जब यह धारावाहिक पहली बार प्रसारित हुआ था, तब इसका क्रेज ऐसा था कि लोग पर्दे पर राम (अरुण गोविल) और सीता (दीपिका चिखलिया) को असली राम और सीता मानकर उनके पैर छूने लगे थे। दीपिका की मानें तो लोगों में अब भी उनका उतना ही सम्मान है। उन्होंने इंटरव्यू में कहा, ‘मुंबई में नहीं, लेकिन जब भी हम छोटे शहरों में जाते हैं, तो लोग मुझे सीता समझते हैं और पैर छूने लगते हैं। सीता के प्रतिष्ठित चरित्र को निभाने के बावजूद, दीपिका नहीं चाहती कि उन्हें उनके करियर में केवल रामायण के लिए याद किया जाए। वह 2012 की गैंग रेप पीड़िता निर्भया की मां की भूमिका निभाने चाहती हैं। इसके साथ ही दीपिका ने कहा, ‘यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार है। ऐसी भूमिकाएं हर दिन नहीं आती हैं। लॉकडाउन पूरा होने के बाद मैं कुछ ऐसा करूंगी। जब मैं मर जाऊंगी, तो मेरे काम की पहचान ‘रामायण’ के लिए नहीं होनी चाहिए। बल्कि कुछ और से भी होना चाहिए। मेरी कन्नड़ और बंगला फिल्मों ने रिकॉर्ड तोड़े हैं। मुझे ‘रामायण’ के अलावा हिंदी सिनेमा में अच्छा काम करना चाहिए। मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मैं अपनी संतुष्टि के लिए नए ‘रामायण’ की विरासत को आगे बढ़ा सकूं।हिन्दी सिनेमा मेरे लिए काफी महत्त्वपूर्ण है दीपिका को आखिरी बार आयुष्मान खुराना स्टारर फिल्म ‘बाला’ में यामी गौतम की मां के तौर देखा गया था।