पीओके में पाक के अत्याचार जारी

अमृतसर, 13 मई (सुरिंदर कोछड़): कोरोना की तबाही के दौरान भी पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोगों के खिलाफ पाकिस्तानी प्रशासन के अत्याचार जारी हैं। पूरे विश्व में तालाबंदी के बावजूद प्रधानमंत्री इमरान खान ने धार्मिक नेताओं के दबाव में पाक में बाज़ार खोल दिए हैं परंतु इससे पीओके के लोगों को अलग रखा गया है। इसके विरुद्ध वहां के नागरिकों ने अब आवाज़ उठानी शुरू कर दी है। गिलगित-बालटिस्तान क्षेत्र में एन.एल.आई. मार्किट के व्यापारियों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है जब पूरे पाकिस्तान में दूसरे सभी बाज़ार खुल गए हैं तो पीओके के दुकानदारों को अपने बाज़ारों को बंद रखने के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने इमरान खान से पूछा है कि क्या हम इन्सान नहीं हैं? क्या हमारे बच्चे नहीं हैं?
उल्लेखनीय है कि पाक शुरू से ही पीओके व गिलगित -बालटिस्तान के लोगों से पक्षपात करता आ रहा है। यहां तक कि इस क्षेत्र में रहते अल्पसंख्यक लोगों को वोट डालने का भी अधिकार नहीं दिया गया है। उन्हें पाकिस्तान के किसी दूसरे हिस्से में जाने के लिए अधिकारियों की इजाजत लेनी पड़ती है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पाक के कब्ज़े वाला कश्मीर (पीओके) व गिलगित-बालटिस्तान भारत का एक अभिन्न अंग है जिस पर पाक ने गैरकानूनी ढंग से कब्ज़ा किया हुआ है।