कांग्रेस विधायकों ने भी उठाई मुख्य सचिव के विरुद्ध जांच की मांग

चंडीगढ़, 13 मई (हरकवलजीत सिंह) : पंजाब के मुख्य सचिव करनअवतार सिंह विरुद्ध कांग्रेस विधानकार अमरिन्द्र सिंह राजा वड़िंग द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच व उनको पद से हटाने की मांग ज़ोर पकड़ती जा रही है। आज कोई एक दर्जन कांग्रेस विधानकारों द्वारा भी इस मांग में शामिल होते मुख्यमंत्री से मांग की गई कि मुख्य सचिव विरुद्ध आरोपों की जांच करवाने से उनको पद से तुरंत अलग किया जाए ताकि जो उनके कारण पार्टी का अक्स खराब न हो। टवीट द्वारा मुख्यमंत्री के पास उठाई गई इस मांग में राजा वड़िंग के अलावा कुलबीर सिंह ज़ीरा, संगत सिंह गिलजियां, जोगिन्द्रपाल पोहा, फतिहजंग सिंह बाजवा, हरजोतकंवल सिंह मोगा, राज कुमार वेरका, वरिन्द्र सिंह पाहड़ा, कैबिनेट मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा, अमरप्रीत सिंह लाली राष्ट्रीय जनरल सचिव यूथ कांग्रेस आदि शामिल है। जोगिन्द्रपाल पोहा ने पंचायत मंत्री स. तृप्त रजिन्द्र सिंह बाजवा द्वारा एक चरनजीत सिंह चन्नी को कथित तौर पर धमकाने का मुद्दा भी उठाया गया। मुख्यमंत्री जोकि उनकी कार्यशैली विरुद्ध पार्टी में उठ रही आवाज़ों कारण आज काफी परेशान थे द्वारा इनमें बहुत सारे विधानकारों को टैलीफोन करके मनाने की भी कोशिश की गई।

जाखड़ द्वारा मुख्य सचिव को पद से हटाने की मांग
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा आज दोबारा एक बयान देते हुए मुख्यमंत्री को कहा गया कि करन अवतार सिंह को मुख्य सचिव के पद से बिना किसी देरी अलग किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जब उनके विरुद्ध लगे आरोपों के बाद उनको आबकारी विभाग का चार्ज वापिस ले लिया है तो ऐसे हालातों में उसको राज्य के मुख्य सचिव कांग्रेस पार्टी पर सरकार को भी शोभा नहीं देता। वहीं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान व सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने भी आज यहां कहा कि मुख्य सचिव विरुद्ध लगे आरोपों की जांच किसी केन्द्रीय एजैंसी के पास करवाई जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने हमें पार्दर्शिता व ईमानदारी के नाम पर सरकार बनाने का मौका दिया था व हमें अपने उस वायदे पर पहरा देना चाहिए।