राजसी चेसलटन हाउस का आर्थिक संघर्ष

शानदार ग्रेट चेम्बर
फिर हमने 16वीं शताब्दी में बने विशाल कक्ष में प्रवेश किया जो ड्राइंग रूम के समान था। उस युग के भव्य भवनों में ऐसा कमरा होने की परम्परा थी जिसे पब्लिक रूम भी कहा जाता था। श्वेत, नाटकीय ढंग से बने ग्रेट चेम्बर की ऊंची छत पर विशिष्ट प्लास्टर के फूलदार डिजाइन बने हैं। दीवारों पर बाइबल-धार्मिक ग्रंथ से सीन बने हैं, लालित्यपूर्ण  पतथर की फायर प्लेस पर जोनस परिवार का राज चिन्ह (कोर्ट ऑफ आमर्स) अंकित है। कल्पना के संसार में अपने को 17वीं शताब्दी में पाया जब मेरे सामने औपचारिक गतिविधियों के लिए यहां अतिथि एकत्रित थे।
निजी मध्य चेम्बर
इस कक्ष के आगे एक मध्य आकार का भव्य चेम्बर था जैसे निजी छोटा ड्राइंग रूम हो। इसका मुख्य आकर्षण दीवारों पर बने प्लास्टर के बेहतरीन सजावटी फूल-फूलों की बेलों की शिल्पकला है, जो 17वीं शताब्दी की है। वोलनटियर पुरुष ने बताया कि मिडल चेम्बर में पारिवारिक विवाह आयोजित किए जाते थे तो एक शताब्दी में इसे शयन कक्ष बेडरूम में भी परिवर्तित किया गया था। 
चार शताब्दियों पुरानी लाइब्रेरी
हम जैसे पुस्तक प्रेमियों के लिए चेसलटन मैनर हाउस का 2500 पुस्तकों का जर्नलस वाला पुस्तक भंडार एक मुख्य आकर्षण है। हाउस में लाइब्रेरी के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी बुक केस सजे हैं। कांच के केस में वह बाइबल सजी है जो इंग्लैंड के महाराज चार्ल्स को मृत्यु दंड से पूर्व पढ़ कर सुनाई गई थी। इसके अतिरिक्त वर्ष 1596 में वेनिस नगर में प्राचीन लेटिन भाषा में छपी पुस्तकें एवं 16वीं शताब्दी की 14 पुस्तकें दर्शनीय हैं।
कैवलिट रूम की कहानी
इस कक्ष का नाम परिवार के सदस्य कैवलिट आथर जोनस के पद से रखा गया था। 1651 में बांका घुड़सवार आथर जोनस इंग्लैंड के महाराजा का स्वामी भक्त था जो विद्रोहियों के सैनिकों से बचने के लिए इस कमरे में ठहरे थे परन्तु शीघ्र ही सैनिक भी यहां पहुंच गए। तब आथर जोनस साथ वाले सीक्रट रूम में रात भर छिपे रहे जिसका गुप्त द्वार वाल पेपर में छिपा है और सैनिक यहां उनके कक्ष में सोते रहे जहां हम खड़े थे। फिर हमने गुप्त सीक्रट रूम भी देखा।
1612 का रसोईघर
इसके बाद हम सभी सीढ़ियों से नीचे उतर कर सीधे चेसलटन हाउस की बेसमेंट में ओल्ड किचन देखने गए। पुराने बर्तनों की पंक्तियां एवं विशाल चूल्हा देखकर लगा, हम किसी मध्यकालीन मूवी सेट पर हैं। हमें बताया गया कि वर्ष 1612 के बाद, यहां सम्भवत: कुछ ही परिवर्तन किए गए जिनमें महारानी विक्टोरिया युग (19वीं शताब्दी) का नवीन कूकिंग रेन्ज था। ऊपर धुएं से काली छत को मैनर हाउस के स्वामियों ने गुड लक के चिन्ह के रूप में संरक्षित किया था।
1930 से विसिटरस् का आवागमन
बाहर हमें एक काला-श्वेत पोस्टर दिखा जिस पर चेसलटन मैनर हाउस के सुंदर कक्षों के फोटो भी छपे थे एवं पर्यटकों को यहां आने के लिए आमंत्रित किया गया था, केवल दो पाऊंड में। वोलनटियर ने स्पष्टीकरण दिया कि 1930 में यहां की विधवा स्वामिनी आईरीन जोनस ने आय के लिए इन्हें छपवाया एवं गाइड बुक भी स्वयं लिखी। फिर 1950 में वंशज ब्राक दम्पति ने भी इसे चलाया परन्तु बेहद संघर्ष के बाद 1991 में इंग्लैंड की नैशनल ट्रस्ट को सौंप दिया। नैशनल ट्रस्ट के सदस्य चेसलटन हाउस में पिछले 150 वर्षों से हुई क्षति एवं खराबी के रख-रखाव का भरसक प्रयत्न कर रहे हैं। हमें याद आया कि सीढ़ियों पर भी एक समय पर थोड़ी संख्या में पर्यटक चढ़ सकते हैं क्योंकि वे भी कमजोर हैं।
कब्रिस्तान में चाय
टूर के अंत में जब हम चेसलटन मैनर हाउस से बाहर आए तो अंग्रेज़ी मौसम बदल गया था-वर्षा हट गई थी एवं सुनहरी धूप खिली थी। हाउस से सटे मध्यकालीन सेन्ट मेरीस चर्च के भीतर टी-शाप की ओर गए एवं चाय-केक लेकर बाहर कब्रिस्तान में लगी कुर्सियों-बैंच पर, अनेक अन्य टूरिस्ट संग, बैठकर चाय का आनंद लिया। (समाप्त)