पिछले कई वर्षों से मास्टर बनने का इंतजार कर रहे पंजाब के अध्यापक

संगरूर, 27 मई (नरेश गाबा): पंजाब के सरकारी स्कूलों में भाषा टीचर, आर्ट एंड कराफट अध्यापक, सिलाई टीचर आदि जोकि अलग अलग विष्यों के मास्टर मिसटैंसों की तरक्की द्वारा भरी जाने वाली असामीयाें के लिए निर्धारित योगता और तुर्जुबे की शर्ते पूरी करते है पिछले चार वर्षो से तरक्कीयों का इंतजार कर रहे है। काबलेगोर है कि इन अध्यापकों से मई 2016 में विभाग द्वारा तरकीयाें के लिए केस मांगे गए थे। 16 अगस्त 2017 को विभाग द्वारा तरक्की योग अध्यापकों की इंटर सीनियरता सूची अपलोड की गई थी। उस समय दौरान तरक्कीयों संबंधी सारी जरूरी कार्रवाई भी पूरी तरह पूरी कर ली गई थी। मार्च 2020 में संबंधित योग अध्यापकों द्वारा इंतराजों की पूर्ती भी कर दी गई थी बार-बार निवेदन करने के बावजूद भी विभाग द्वारा इन अध्यापकों की पद उन्नती के आदेश जारी नहीं किए गए। कई अध्यापक तो यह भी कह रहे है कि बादल सरकार मौके शुरू हुई प्रक्रिया कैप्टन सरकार के तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद भी पूरी नहीं की गई जबकि अन्य विभागों में पदउन्नतीयां हो रही है। डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट के जिला अध्यक्ष बलवीर चंद लौंगोवाल, हरभगवान गुरने, दाता सिंह नमोल, परविन्द्र ढींडसा, विश्वकांत, सुखदेव धूरी ने शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव पंजाब से तुरंत इस मामले में दाखिले देकर पदउन्नतीयां करवाने की मांग की है नहीं तो जथेबंदी संघर्ष कने के लिए मजबूर होगी। शिक्षा विभाग को लिखा पत्र: चार वर्ष से पदउन्नतीयों का इंतजार कर रहे सैंकड़े अध्यापकों ने डी.पी.आई. (स.स) को एक पत्र लिख मांग की है कि बदलीयों से पहले योग अध्यापकों की पद उन्नतीयों की जाए।