चीन ने भी ट्रंप की पेशकश को खारिज किया


नई दिल्ली ,29 मई -भारत ने शुक्रवार को अमेरिका से कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सैन्य गतिरोध को सुलझाने के लिए वह मौजूदा द्विपक्षीय तंत्रों का इस्तेमाल कर रहा है। यह वाशिंगटन को लगातार दूसरे दिन स्पष्ट संदेश है कि सीमा विवाद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश भारत को स्वीकार्य नहीं है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर को मुद्दे पर भारत की स्थिति से अवगत कराया।

भारत और चीन की सेनाओं में तनातनी के बीच ट्रंप ने बुधवार को कहा था कि वह दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने को तैयार हैं। विदेश मंत्रालय ने ट्रंप की पेशकश को असल में खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भारत सीमा विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए चीन के साथ चर्चा कर रहा है।

चीन ने भी ट्रंप की पेशकश को खारिज किया और कहा कि दोनों देश वार्ता के जरिए अपने मतभेदों को उचित रूप से सुलझाने में सक्षम हैं और किसी तीसरे पक्ष की मदद की आवश्यकता नहीं है। सूत्रों ने बताया कि सिंह ने एस्पर को अवगत कराया कि स्थिति को सुलझाने के लिए मौजूदा द्विपक्षीय तंत्रों का इस्तेमाल किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने साझा सुरक्षा हित के क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर चर्चा की। इसमें यह भी कहा गया कि अमेरिकी पक्ष के आग्रह पर टेलीफोन पर वार्ता हुई।