" कृषि विभाग की प्रयोगशाला में " बीज दुकानों से भरे पी.आर. 128 व पी.आर. 129 के नमूने फेल

लुधियाना, 30 मई (पुनीत बावा) : पी.ए.यू. की धान की नई किस्म पी.आर. 128 व पी.आर. 129 के बीज के हेराफेरी मामले में उस समय नया मोड़ आ गया, जब 11 मई को दो बीज बेचने वाले दुकानदारों के भेजे नमूनों की रिपोर्ट पंजाब बीज परीक्षण केन्द्र कृषि विभाग ने नमूने जांचने के बाद फेल कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषि विभाग द्वारा पी.ए.यू. के सामने वाले बीज स्टोर व जगराओं स्थित बीज स्टोर से धान की पी.आर. 128 व पी.आर. 129 किस्मों के बीज बेचने के विरुद्ध कार्रवाई करते छापेमारी कर उपरोक्त किस्मों व अन्य किस्मों के नमूने भरे थे।  कृषि विभाग ने 12 मई को नमूने भेजे थे, जिसमें लुधियाना वाले बीज स्टोर से भरे 11 नमूनों में से 10 नमूने व जगराओं से भरे 5 नमूनों में से 2 नमूनों के परिणाम फेल हुए हैं। पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के बीच पंजाब बीज परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा पी.आर. 128 व पी.आर. 129 के अतिरिक्त बी.आर. 141 के नमूने फेल किए हैं परन्तु लुधियाना वाले बीज स्टोर से पी.आर. 129 का भरा एक नमूना पास हुआ है। पी.आर. 128 व पी.आर. 129 किस्म का बीज बताकर जो किसानों को बीच बेचा गया था, उन किसानों की नकली बीज ने नींद उड़ा दी है। किसानों की धान की जिन्स का नकली बीज होने के कारण नुक्सान होने की आशंका है। कोरोना महामारी के कारण बीज बेचने वालों ने किसानों के घर अपने करिन्दों द्वारा बीज दिए थे। यह भी पता चला है कि किसानों ने तालाबंदी होने पर बीज खरीदने में देरी होने के डर से बीज स्टोरों से जहां महंगे भाव बीज खरीदे, वहीं कई किसानों को बीज भी बताई किस्म के उलट दिया गया। किसानों को कृषि विभाग द्वारा कृषि से संबंधित बीज, दवाइयां व अन्य सामान खरीदते समय बिल लेने बारे जागरूक करने संबंधी विज्ञापन देकर व कैम्प लगाकर जागरूक किया जाता है परन्तु इसके बावजूद बहुत से किसानों ने बीज खरीदते समय बिल प्राप्त नहीं किए। 10 मई से धान की रोपाई का काम चालू हुआ पड़ा है। इस समय दौरान पनीरी के पौधे भी तैयार हो जाते हैं परन्तु इसके बावजूद किसी भी किसान ने कुछ समय के लिए बीज बेचने वाले दुकानदारों के विरुद्ध कोई लिखित शिकायत नहीं दी, जिससे यह साबित होता है कि अभी बीज बेच वाले बहुत बीज बेचने में सफल नहीं हुए थे। पंजाब कृषि विभाग द्वारा बीजों के नमूने फेल होने के कारण अब जहां कानूनी कार्रवाई की जा रही है, वहीं बीज बेचने वाले दुकानदारों के विरुद्ध बीज एक्ट व उपभोक्ता एक्ट तहत भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कृषि विभाग द्वारा तालाबंदी के बाद 1000 बीज, कीड़ेमार दवाइयां व कृषि क्षेत्र से संबंधित सामान बेचने वाली दुकानों की जांच की गई है।