बाजवा ने गन्ना किसानों के बकाए को लेकर पंजाब सरकार को लिया निशाने पर

चंडीगढ़, 2 जून (एजैंसी): कांग्रेसी सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने मंगलवार को पंजाब सरकार को निशाने पर लेते राज्य के गन्ना किसानों का 681.48 करोड़ रुपए का बकाया भुगतान सुनिश्चित बनाने के लिए ठोस कदम न उठाने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह को भेजे पत्र में बाजवा ने दावा किया है कि लगभग 70,000 गन्ना किसानों को वर्ष 2018-19 व 2019-20 के लिए सहकारी व निजी गन्ना मिलों द्वारा 681.48 करोड़ रुपए का बकाया भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि यह बड़ी चिंता की बात है कि वर्षों से भुगतान बकाया है तथा सरकार ने यह सुनिश्चित बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया कि गन्ना किसानों को भुगतान हो। उन्होंने लिखा कि पिछले दो सीज़नों 2018-19 (अप्रैल 2019 तक) तथा 2019-20 (अप्रैल 2020 तक) लगभग 96.36 करोड़ रुपए गन्ना किसानों की अदायगी योग्य बकाया राशि सहकारी व निजी चीनी मिलों की ओर खड़ी है। 2019-20 सीज़न का बकाया (अप्रैल 2020 तक) 585.12 करोड़ रुपए बनता है जो कुल मिलाकर 681.48 करोड़ रुपए बनता है। उन्होंने कहा कि गन्ना खरीद व रैगुलेशन एक्ट के शूगरकेन कन्ट्रोल आर्डर एंड क्लाज़ 3 (3) अनुसार मिलों को गन्ना खरीदने के 14 दिनों के अंदर भुगतान कर देना चाहिए नहीं तो देरी के कारण मिलों को बकाया ब्याज सहित भुगतान करना पड़ता है। बाजवा ने कहा कि बकाया भुगतान न होने के कारण हज़ारों गन्ना किसानों को वित्तीय परेशानी हुई है तथा उनमें कईयों पर बड़ा ऋण है। उन्होंने मांग की कि सरकार गन्ना किसानों को शीघ्र भुगतान के लिए कदम उठाए। यह किसान फसली विभिन्नता में सहायता कर रहे हैं। बाजवा ने कहा कि दो निजी मिलों ने तो गन्ना किसानों को पहले ही भुगतान कर दिया है तो फिर शेष गन्ना मिलें ऐसा क्यों नहीं कर सकतीं। उन्होंने लिखा कि यह सरकार की लापरवाही है कि गन्ना मिलें राज्य के नियम कानूनों को तोड़ रही हैं तथा उनको कोई सज़ा नहीं मिलती। उन्होंने गन्ना किसानों को तुरंत 681.48 करोड़ के बकाय का भुगतान करने की अपील की। उन्होंने लिखा कि यदि किसानों को गन्ने बकाय का भुगतान न किया गया तो गन्ने की कृषि अधीन आता रकबा इस वर्ष 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है। वर्णनीय है कि निजी गन्ना मिलों में इंडियन सुकरोज मुकेरियां की ओर किसानों का सीज़न 2019-20 का 130 करोड़, फगवाड़ा मिल की ओर 80 करोड़, बुट्टर सेवईयां 43, कीड़ी अफगानों की ओर सीज़न 2018-19 का 55 करोड़ व सीज़न 2019-20 का 45 करोड़ व धूरी मिल की ओर सीज़न 2019-20 का 30 करोड़ रुपए बकाया खड़ा है जबकि अमलोह शुगर मिल व ए.बी. शुगर मिल ने भुगतान कर दिया है। इसी तरह सहकारी मिलों में नवांशहर मिल की ओर किसानों का सीज़न 2018-19 का 3.81 करोड़ व सीज़न 2019-20 का 38.75 करोड़, बुड्ढेवाल मिल की ओर सीज़न 2019-20 का 22.27 करोड़, मोरिंडा मिल की ओर सीज़न 2018-19 का 6.26 करोड़ व सीज़न 2019-20 का 22.75 करोड़, फाज़िल्का मिल की ओर सीज़न 2019-20 का 17.47, गुरदासपुर मिल की ओर सीज़न 2018-19 का 6.74 करोड़, सीज़न 2019-20 का 38.63 करोड़, अजनाला मिल की ओर सीज़न 2018-19 का 10.01 करोड़, सीज़न 2019-20 का 42.51 करोड़, नकोदर मिल की ओर सीज़न 2018-19 का 4.66 करोड़, सीज़न 2019-20 का 30.97 करोड़, भोगपुर मिल की ओर सीज़न 2018-19 का 7.41 करोड़, सीज़न 2019-20 का 22.43 करोड़, बटाला मिल की ओर सीज़न 2018-19 का 2.41 करोड़ व सीज़न 2019-20 का 21.34 करोड़ रुपए बकाया है।