दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे पर गडकरी ने लगाई मोहर

अमृतसर, 2 जून (राजेश कुमार) : दिनों सोशल मीडिया पर चल रही कटरा-अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस-वे में से अमृतसर को बाहर निकाले जाने की अफवाहों और इस पर अमृतसर वासियों की बढ़ रही चिंता को खत्म करते हुए केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस एक्सप्रेस-वे पर मोहर लगा दी है। इस संबंध में गडकरी ने दिल्ली आने पर प्राथमिकता के आधार पर अपने निवास स्थान पर संबंधित अधिकारियों के साथ विशेष बैठक रखी जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब श्री अनिल जोशी सहित अन्य भाजपा नेताओं को बुलाया और उन्होने गडकरी को पूरी मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। बैठक के दौरान केन्द्रीय आवास व शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ  इंडिया के चेयरमैन डा. सुखबीर सिंह संधू, राज्यसभा सांसद  श्वेत मलिक, पूर्व मंत्री अनिल जोशी विशेष रूप से मौजूद थे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल, लोकसभा सांसद गुरजीत सिंह औजला, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ, ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में जुड़े। बैठक के उपरांत जोशी ने बताया कि गडकरी ने बैठक में यह स्पष्ट कर दिया है कि इस एक्सप्रेस वे के रूट में अमृतसर अवश्य रहेगा। एक्सप्रेस वे का रूट अमृतसर से तरन-तारन, खड़ूर साहिब, गोइंदवाल साहिब, सुलतानपुर लोधी से होता हुआ नकोदर से गुजरेगा। गडकरी ने मुख्यमंत्री कैप्टन को लैंड भूमि अधिग्रहण का काम जल्द से जल्द करवाने के लिए कहा है और इस संबंध में 9 जुलाई को संबंधित अधिकारी चंडीगढ़ में बैठक लेने के लिए पहुंचेंगे। इस रूट से विभिन्न गुरुधाम जिनमें सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, तरन-तारन, अमृतसर और डेरा बाबा नानक भी सीधे तौर पर जुड़ जाएगे। इसके साथ ही गडकरी को इस मार्ग का नाम श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखने के लिए कहा गया जिस पर उन्होंने ने कहा कि एक बार मार्ग बनने का काम शुरू हो जाने पर इस पर बैठक कर विचार किया जाएगा। जो लोग दिल्ली से सीधा कटरा जाना चाहते हैं उनके लिए नकोदर, जालंधर और करतारपुर से गुरदासपुर के लिए एक सीधा रूट भी दिया गया है जिसके कारण कुछ लोगों को इस संबंध में शंका हुई थी मगर आज यह स्पष्ट हो गया है कि अमृतसर इस एक्सप्रेस वे का हिस्सा है और रहेगा। एक्सप्रेस-वे में ना ही कोई ट्रैफिक सिग्नल, ना ही कोई रेलवे क्रांसिंग और कोई भी अन्य बाधा नहीं होगी और लोग सीधे  अपनी मंजिल पर पहुंच पाएंगे। उन्होंने कहा कि अमृतसर से दिल्ली का रास्ता बाय रोड 3.5 से 4 घंटे में तय हो जाएगा जिससे कि हर यात्री को इसका बहुत लाभ प्राप्त होगा।