बदलने की तैयारी में है फिल्मों का परिदृश्य

‘कोरोना वायरस लॉकडाउन’ के चलते फिल्मों, छोटे पर्दे के रियलिटी शो और धारावाहिकों की शूटिंग विगत 15 मार्च से पूरी तरह बंद है। इस दरमियान कई फिल्मों की शूटिंग टल चुकी है। शूटिंग, फिर  कब शुरू होगी, इस बारे में फिलहाल कोई नहीं जानता। लॉकडाउन से पहले मुंबई के अनेक स्टूडियोज में कई फिल्मों के महंगे सैट्स तैयार थे जिन पर मार्च आखिर और अप्रैल के शुरुआत में शूटिंग की जानी थी लेकिन शूटिंग नहीं हो सकी। इस कारण उन सैट्स का किराया मेकर्स को चुकाना पड़ रहा था । परिस्थितियों की अनिश्चितता के चलते उन बेशकीमती सैट्स को आखिरकार ढहा दिया गया।  जानकारों का मानना है कि नए नियमों के साथ शूटिंग जून के आखिर तक शुरू हो सकती है लेकिन शूटिंग शुरू होने के बाद शायद स्टार्स की डेट उन निर्माताओं के पास न होकर किसी दूसरे के पास होगी । कोरोना के चलते कई फिल्मों की स्टार कास्ट पर जबर्दस्त असर पड़ने वाला है। बड़े फिल्म स्टार्स की डेट्स एडवांस में बुक रहती है। फिलहाल उनका शैड्यूल पूरी तरह बिगड़ चुका है। ऐसे में महीनाें एडवांस में अपनी डेटस बुक करने वाले फिल्मी सितारों के सामने एक बड़ी समस्या आ सकती है।ऐसे में जो मेकर अपने मनचाहे स्टार के साथ इस समस्या के साथ शूटिंग शुरू नहीं कर सकेंगे, उनकी स्टारकास्ट में निश्चित ही बदलाव नजर आएगा क्योंकि हर किसी के सामने सिर्फ एक ही लक्ष्य होगा कि वह जल्दी से जल्दी अपनी शूटिंग पूरी कर सकें। ऐसे में कई बड़ी फिल्मों की स्टार कास्ट में बदलाव लगभग तय माना जा रहा है। कोरोना कहर के चलते कई फिल्म फैस्टिवल टल जाएंगे। हो सकता है कि फिल्म फैस्टिवल की प्रक्रि या में कोई बड़ा बदलाव देखने को मिले। वैसे इसकी शुरूआत हो भी चुकी है। हर साल की तरह इस साल भी कनाडा के टोरंटो में ‘हॉट डॉक्स फैस्टिवल’ आयोजित होना था लेकिन 5 मई को इसकी शुरुआत ऑन लाइन हुई। इसमें सोना महापात्रा की डॉक्यूमेंट्री शटअप सोना’ का प्रीमियर हुआ। इस के बाद हो सकता है कि फिल्म फैस्टिवल के आयोजनों का ऑन लाइन चलन शुरू हो जाये। कोरोना वायरस के महासंकट की वजह से अब सिनेमा पूरी तरह से रंग रूप बदलता हुआ साफ तौर पर दिख रहा है। कई बॉलीवुड की बड़ी फिल्में जो थियेटर में ही रिलीज होनी थी अब ‘ओटीटी’ का रुख कर रही हैं। अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना स्टॉरर ‘गुलाबो सिताबो’ समेत कुछ नई फिल्मों ने प्राइम पर अपनी बुकिंग भी कर दी है। फिलहाल सिर्फ बड़ी फिल्मों को ही थियेटर में रिलीज करने की योजना है। छोटी फिल्मों को ‘ओटीटी’ प्लेटफार्म पर रिलीज किया जाना तय माना जा रहा है लेकिन परिस्थितियां इस ओर संकेत कर रही हैं कि यदि यह संकट कुछ लंबा चला तो बड़ी फिल्मों के मेकर्स भी  शायद अपना धैर्य खो देंगे।कोरोना की वजह से फिल्मी दुनिया में क्या-क्या बदलाव आयेंगे, यह तो अगले एक डेढ़ साल बाद ही साफ हो सकेगा लेकिन यह तय है कि अब थियेटर/मल्टीप्लेक्स के विकल्प की तलाश तेजी से शुरू हो जायेगी। उपभोक्ताओं तक सीधे वीडियो व ऑडियो सेवाएं पहुंचाने वाली सारी कंपनियों की संस्था ‘इंटरनेट एंड मोबाइल ‘एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (आई.ए.एम.ए.आई.) की डिजिटल एंटरटेनमेंट कमेटी ने लॉकडाउन के बाद के सिनेमा पर चल रहे चिंतन में तेजी लाने की जरूरत पर जोर दिया है। कमेटी के नए अध्यक्ष और ओटीटी ‘जी 5’ के सीईओ तरूण कटियाल ने कहा है कि देश के दूसरे आर्थिक क्षेत्रों की तरह डिजिटल एंटरटेनमेंट भी इस समय चुनौती भरे समय से गुजर रहा है और हमारी  तुरंत की प्राथमिकता ये है कि हम सरकार, नीति निर्धारकों व स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर फिल्म और वेब सिरीज का निर्माण फिर से शुरू कर सकें। तरूण कटियाल का यह भी साफ-साफ कहना है कि मनोरंजन क्षेत्र को फिर से पटरी पर लाने से इस पर आधारित तमाम लोगों के घरों के चूल्हे आसानी से जल सकेंगे, नागरिकों को रोजी रोटी मिल सकेगी और देश को भी टैक्स आदि के रूप में बड़ी रकम मिल सकेगी।  तरूण कटियाल की नियुक्ति फेसबुक इंडिया के प्रबंध निदेशक अजित मोहन के स्थान पर हुई है। इसके अलावा ‘वायकॉम 18’ में डिजिटल उपक्रमों के सीईओ अब ‘डीईसी’ के नए उपाध्यक्ष होंगे। ‘एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (आई.ए.एम.ए.आई.) की डिजिटल एंटरटेनमेंट कमेटी देश में सक्रि य उन सभी ओटीटी एप. का प्रतिनिधित्व करती है जो वीडियो या ऑडियो ऑन डिमांड सेवाएं मुहैया कराते हैं। कोरोना लॉकडाउन के दौरान ‘एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (आई.ए.एम.ए.आई.) ने लगातार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अफसरों से इस बात के लिए संपर्क बनाए रखा है कि मनोरंजन उद्योग की दिक्कतों के बारे में सरकार को लगातार अपडेट  रखा जा सके। सोसिएशन ने लॉकडाउन के बाद फिल्मों व वेब सीरीज की शूटिंग शुरू करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रि या (एसओपी)  भी बनाई है और इसे सरकार के साथ साझा किया है।  (अदिति)