पेड़-पौधों की कैसे करें कांट-छांट

अपने गार्डन में लगाये गये पौधों की ट्रिमिंग द्वारा इन्हें शेप में रखा जाता है। इससे इनकी वृद्धि भी अच्छी होती है। नियमित रूप से कांट-छांट करने से उन्हें धूप और हवा सही मिलती है, जिससे उनकी मजबूती बढ़ती है। लेकिन फल देने वाले पौधों की कांट छांट तभी करनी चाहिए जब उनकी पत्तियां गिर जाती हैं। पौधों की छटाई करते समय किन बातों का ख्याल रखें।
सही समय
इनकी कटाई सर्दियों में न करें। मार्च और अप्रैल के महीने में जब इनकी वृद्धि अच्छी होती है, इन दिनों इनकी ट्रिमिंग करें।
कटिंग्स को समेटें
पौधों और बड़े पेड़ों की कटिंग करते समय नीचे एक पुरानी पॉलीथिन या कपड़ा बिछा दें ताकि उनकी कटिंग को आराम से समेटा जा सके।
शाखाओं की छाल निकालना
लंबी शाखाओं को एक ही झटके में न काटकर धीरे-धीरे आरी से काटें। किसी शाखा के आखिरी हिस्से को तने से अलग करने के लिए उसे ऊपर की ओर से काटें। इसके बाद उसे ठूंठ से अलग करें और कटे हिस्से को किसी धारदार चाकू से समतल करें।
कलियों को नुकसान न पहुंचाएं
पौधों और बड़े पेड़ों की कांट छांट करते समय उनकी कलियों को नुकसान न पहुंचाएं। ये खराब हो सकती हैं। अगर यह खराब हो जाती हैं और पेड़ पर ही लगी रहती हैं तो इनमें कीड़े लगने का डर होता है।
हर पौधे की करें ट्रिमिंग
छोटी पत्तियों वाली झाड़ियों की तुलना में बारहों महीने हरे रहने वाले वृक्ष की कटाई करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। इन्हें साल में सिर्फ एक बार ट्रिम करें। सर्दियों और बसंत के मौसम में खिलने वाले फूलों के पौधों को अप्रैल, मई में कांट छांट करें। लैवेंडर की झाड़ियों को मार्च और अप्रैल में काटने के लिए धारदार कैंची या दूसरे औजार का इस्तेमाल करें।
झाड़ियों की कटाई
झाड़ियों में अगर नयी शाखाएं निकलती हैं तो एक साल के बाद पुरानी को निकाल देना चाहिए। इससे उनकी ग्रोथ अच्छी होती है। हर झाड़ी से नये शूट्स निकलते हैं। लंबे और पिरामिड शेप के पेड़ों को अगर लंबे समय तक काटा न जाये तो वे अपनी असली शेप खो देते हैं।-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर