इन उपायों से हटायें कब्ज़ का कब्ज़ा

कब्ज, पाचन तन्त्र की उस स्थिति को कहते हैं जिसमें मल बहुत कड़ा हो जाता है तथा मलत्याग में बहुत मुश्किल होती है। कब्ज आमाशय की स्वाभाविक परिवर्तन की वह अवस्था है जिसमें मल निष्कासन की मात्र कम हाें जाती है, मल कड़ा हो जाता है, उसकी आवृत्ति घट जाती है या मल निष्कासन के समय अत्यधिक बल का प्रयोग करना पड़ता है।
कब्ज के मुख्य कारण
* कम रेशायुक्त आहार लेना। शरीर में पानी की कमी। 1 शारीरिक श्रम की कमी। 1 बड़ी आंत में घाव या चोट। 1  मोटापा, तनाव। 1अनियमित दिनचर्या। 1 पोटेशियम और कैल्शियम की कम मात्र। 1 मधुमेह के रोगियों में पाचन संबंधी समस्या।
कब्ज दूर करने के उपाय
* अधिक से अधिक रेशायुक्त आहार का सेवन करना।
* ताजे फल व सब्जियों का अधिक सेवन करना।
* पर्याप्त मात्रा में पानी पीना।
* नियमित व्यायाम, योगासन व सुबह कुछ देर टहलने की आदत डालना।
* गरिष्ठ, बासी व बाजारी खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना।
* नियमित दिनचर्या रखना।
* उचित आहार-विहार रखना।
* कब्ज भगाने के कुछ विशिष्ट प्रयोग
*  2 चम्मच ईसबगोल 6 घंटे पानी में भिगोकर इतनी ही मिश्री मिलाकर पानी के साथ लेने से कब्ज से राहत मिलती है। केवल मिश्री और ईसबगोल मिला कर बिना भिगोएं भी ले सकते हैं।
* सोते समय आधा चम्मच पिसी हुई सौंफ की फंकी गर्म पानी से लेने से कब्ज दूर होती है।
*  दो संतरों का रस खाली पेट प्रात: 88-10 दिन पीने से पुराना से पुराना अथवा बिगड़ा हुआ कैसा भी कब्ज हो, ठीक हो जाता है।
*  अगर कब्ज के कारण पेट में बहुत तेज दर्द है, तो एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच कैस्टर आयल डालकर पीने से तुरंत आराम मिलता है।
*  रात को किशमिश या अंजीर पानी में भिगोकर रख दें और उसे अगले दिन प्रात: इन्हें खाली पेट खाने से भी कब्ज दूर होता है।
* रात्रि को सोने से पहले एक चम्मच शुद्ध शहद एक गिलास ताजे पानी के साथ मिलाकर नियमित रूप से पीने से कब्ज दूर होता है। 
* प्रात:काल बिना कुछ खाए चार दाने काजू, 5 दाने मुनक्का के साथ खाने से भी कब्ज में लाभ होता है।
*  पका हुआ बिल्व (बेल) फल कब्ज के लिये श्रेष्ठ औषधि है। इसे पानी में उबालें। फिर मसलकर रस निकालकर। नित्य 7 दिन तक पीने से फायदा होता है।

(स्वास्थ्य दर्पण)