रैटल स्नेक को क्या चीज़ ज़हरीला बनाती है?

डिस्कवरी चैनल पर अलग-अलग प्रकार के सांपों को देखते हुए मैं सोच रहा था कि संसार में कितने प्रकार के सांप होंगे? वैज्ञानिकों का मानना है कि इस समय धरती पर 3,000 और 3,500 के बीच विभिन्न प्रकार के सांप रह रहे होंगे। एकदम सही संख्या किसी को मालूम नहीं है।10 से 15 प्रतिशत सांपों में ही जहर होता है। वह अपने जहर से अपने शिकार को निष्क्रिय करते हैं या मार देते हैं। एक रैटल स्नेक नाम का भी तो सांप होता है।हां, वह भी जहर वाला सांप ही होता है। रैटल स्नेक वाईपर समूह के सांपों में आता है, जिनमें से सभी जहरीले होते हैं।
रैटल स्नेक पिट वाईपर्स होते हैं और उनका यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि उनके सिर पर दो बड़े पिट होते हैं। ये पिट तापमान में जरा से परिवर्तन के प्रति भी संवेदनशील होते हैं। इनकी बदौलत अंधेरे में भी यह सांप स्तनधारी पशुओं की मौजूदगी को भांप लेता है। वाईपर्स की जहर व्यवस्था काफी जटिल होती है।उनके दांत काफी लम्बे होते हैं। हर दांत घूमने वाले बहुत छोटे ऊपरी जबाड़े की हड्डी पर फिट होता है। जब वाईपर अपना मुंह बंद करता है तो जबड़े की हड्डी घूम जाती है ताकि दांत मुंह में लम्बा लेट जाये और मुंह बंद हो जाये। जब हमले के लिए मुंह खुलता है तो जबड़े की हड्डी आगे की ओर घूम जाती है और दांत गले के एतबार से नब्बे डिग्री पर आ जाते हैं।वह मुख्यत: रक्त कोशिकाओं व रक्त वेसल्स पर असर डालता है, जिससे सूजन व ब्लीडिंग भी हो सकती है। कुछ प्रजातियों जैसे दक्षिण अमेरिका का रैटल स्नेक, का जहर नर्व को भी प्रभावित करता है।सिर्फ  अमरीकी महाद्वीप पर जहां रैटल स्नेक की लगभग 30 प्रजातियां हैं। रैटल सूखे, कांटेदार त्वचा के गोलों से बनता है, जो हल्के से एक-दूसरे पर लॉक किये होते हैं। उत्साहित होने पर सांप दुम हिलाता है जो आवाज करती है।

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