सुन्दरता की पहचान साफ कोहनियां 

चेहरे, हाथों, बाजू, पैरों, गर्दन की देखरेख पर अधिकतर स्त्रियां ध्यान देती हैं पर कोहनियों और टखने की साफ सफाई को महत्ता नहीं देती। नजरअंदाज़ करने पर कोहनियां और टखने काले पड़ जाते हैं जो आपकी सुंदरता पर दाग लगाते हैं। 
द्य कोहनियां और टखनों की त्वचा पपड़ीदार होने का अर्थ है कि मौसम में नमी का अभाव। वैसे विटामिन ए,बी,सी की कमी के कारण भी कोहनियां, टखने, घुटने पर कालापन जमने लगता है जिसके कारण वहां की त्वचा फटी-फटी लगती है। नियमित देखभाल कर हम अपने शरीर के इन हिस्सों को भी स्वस्थ रख सकते हैं। 
द्य विटामिन सी और बी की कमी को पूरा करने के लिए मौसमी फल सब्जियां, दूध, दही, खट्टे फलों का सेवन नियमित करें। 
द्य अगर कोहनियां और टखनों की त्वचा काली पड़ने के बाद सख्त हो गई हो तो उसे रगड़ें नहीं। जख्म हो सकते हैं। रात में सोने से पहले नारियल तेल, बॉडी बटर, पेट्रोलियम जैली में से कुछ भी लगा कर छोड़ दें। कुछ दिनों में त्वचा नर्म पड़ जाएगी। फिर हल्के-हल्के रगड़ कर नियमित साफ करते रहें।
द्य इन हिस्सों की खूबसूरती लंबे समय तक बनाएं रखने के लिए इन पर रात्रि में सोने से पहले हैंड क्रीम और फुट क्रीम मलें। ज्यादा काले होने पर मलाई में नींबू का रस मिलाकर वहां लगाएं।
द्य पूरे शरीर पर नारियल का तेल मलें। इससे त्वचा में नमी बनी रहेगी और पोषण भी मिलता रहेगा। नारियल का तेल त्वचा के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है।
द्य कोहनियां साफ करने के लिए नींबू के छिलकों को बाल्टी में निचोड़ें। कोहनियां उसमें रख कर 10 मिनट तक बैठें। सप्ताह में दो तीन बार ऐसा करने से प्रभाचित कोहनियां साफ होनी शुरू हो जाएंगी।
द्य शुद्ध बादाम तेल को बिना किसी तेल में मिलाए प्रभावित स्थानों पर सीधा लगाएं।
द्य बेसन में नींबू का रस मिलाकर रोज नहाने से पूर्व कोहनी, टखनों और घुटने पर लगाएं। धीरे-धीरे त्वचा का रंग एकसार हो जाएगा।
द्य महीने में एक बार इन हिस्सों पर ब्लीच लगाएं। संतरे के छिलकों को सुखाकर पाडडर बना कर उसमें दही मिलाकर त्वचा पर लगाएं।
द्य लूफा से नियमित रूप से हल्के हाथों से मलने पर मृत कोशिकाएं जमा नहीं होगी और कालापन भी नहीं आएगा। 
द्य सप्ताह में एक बार घरेलू स्क्रब का प्रयोग करें। दही,बेसन, सरसों का तेल, नींबू का रस मिलाएं। इसे हाथों, कोहनियों और पैरों पर लगाएं। सूख जाने पर हल्का स्क्रब करें। (उर्वशी)