अनेक तरीकों से स्वस्थ रख सकते हैं दिल को

दिल को अच्छी सेहत में रखने के लिए कई तरकीबें आप पढ़ चुके हैं। आजकल इसके बारे में जानकारी भी काफी मिल रही है लेकिन रह-रहकर आपके मन में कई सवाल उठते हैं और अवश्य आप इनके हल भी चाहते हैं।  रहन-सहन का अर्थ सिर्फ घर में रहने का तरीका या खाने-पीने का तरीका ही नहीं। रहन-सहन का अर्थ है आप कैसे माहौल व वातावरण में रहते हैं? क्या आप जिस हवा में सांस लेते हैं, वह प्रदूषित है?जो खाना हम पका रहे हैं, जो खा रहे हैं और जो भी हम पी रहे हैं, क्या वह भी प्रदूषित है? प्रदूषित पर्यावरण हर प्रकार से हमें नुकसान पहुंचाता है, फिर भले वह प्रदूषण फैक्टरियों से आता है या गाड़ियों के धुएं से या फिर आवाज का ही प्रदूषण क्याें न हो। ऐसे प्रदूषित वातावरण में रहने से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं, खास तौर पर आंखों, फेफड़ों  और सांस की तकलीफ काफी बढ़ जाती है।इसके अतिरिक्त डाक्टरों का कहना है कि आजकल खाने-पीने का तरीका भी बहुत गलत है। बरगर, पिज्जा और बाहर का खाना हमारे जीवन का एक आम हिस्सा बन चुका है। बहुत से डाक्टर मानते हैं कि यह भी एक महत्त्वपूर्ण कारण है हमारी सेहत बिगड़ने का। यह साफ जाहिर है क्योंकि आप अपने आसपास ही देखें कि लोगों में मोटापा बढ़ रहा है और मधुमेह, रक्तचाप और हृदय रोग कम उम्र में भी बढ़ते चले जा रहे हैं। खाने-पीने का यह मतलब नहीं है कि आप कम खाना खाएं लेकिन आप क्या  और कब खाते हैं, इसका बड़ा असर होता है आपकी सेहत पर और खास तौर पर दिल की सेहत पर। आजकल लोग फास्ट-फूड के शौकीन हो गये हैं इसलिए फल, सब्जी, सलाद इत्यादि खाना कम हो गया है। दिल के मरीजों को इनकी बहुत आवश्यकता है। यदि आप तंदुरूस्त रहना चाहते हैं तो आपको अवश्य हरी सब्जियां, फल व गिरियां खानी चाहियें। बच्चों को भी टिफिन में यदि आप फल, सलाद इत्यादि सैन्डविच के साथ दें तो बेहतर होगा। इसके अलावा जो चीजें खास तौर पर दिल के मरीजों को फायदा पहुंचाती हैं वे हैं, आंवला, प्याज, लहसुन व अंगूर। ये आपके कोलेस्ट्रोल को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं।  कुर्सी पर बैठे-बैठे काम करके आप मोटापे का शिकार हो जाते हैं। इससे आपकी मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और आपके शरीर का हर अंग सुस्ता जाता है। धीरे-धीरे आपको सांस फूलना, आक्सीजन की कमी महसूस होना इत्यादि की शिकायत हो जाती है लेकिन यदि आप रोज सैर करें और हल्का-फुल्का व्यायाम करें तो आपके शरीर से एंडारफिंस छोड़े जाते हैं जो आपके रक्त में छोड़े जाते हैं। इससे आपके शरीर में ज्यादा कैलोरी प्रयोग हो जाती है और आपकी सेहत ठीक रहती है।  व्यायाम करने से आपके शरीर में नाइट्रिक एसिड भी बढ़ जाता है। इससे भी आपको अनेक लाभ होते हैं। व्यायाम करने से आपका शरीर चुस्त रहता है और दिमाग भी तेज होता है। यूं मानिये कि व्यायाम से आपके शरीर में जंग नहीं लगेगा। इसका जवाब है, यकीनन। कई खोजों के अनुसार जो लोग तनावपूर्ण काम करते हैं जैसे-हवाई जहाजों के कंट्रोल रूम में आदि, को उच्च रक्तचाप, तेज धड़कन व दिल के दौरे होने की संभावना बढ़ जाती है। यह तो अब सभी जान गये हैं कि तनाव मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है।इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप तनाव दूर करने के लिए या तो कोई संगीत सुनें या योग करें या फिर रोज थोड़ी देर ध्यान करें। यदि आप इन सब बातों का ध्यान रखें तो आप अपने दिल की हालत ठीक रख सकते हैं।

(स्वास्थ्य दर्पण)