फेफड़ों के लिए बेहतर है  इलायची

इलायची को एक मसाला माना जाता है। प्राय: हर घर में छोटी इलायची का किसी न किसी रूप में प्रयोग किया जाता है। इसकी सुगंध तेज़ होती है। इसे मुख शुद्धि के लिए प्रयोग किया जाता है और पान में भी प्रयोग किया जाता है।  इसे प्रयोग करने से चाय व व्यजंनों में बहुत अच्छी सुगंध आती है और इसे कई मीठे व नमकीन व्यंजनों में प्रयोग किया जा सकता है। इसलिए इसे एक मसाले के रूप में लोकप्रियता प्राप्त है किंतु इसके स्वास्थ्य लाभों के विषय में लोगों को अधिक जानकारी नहीं है।इलायची के प्रयोग से फेफड़ों का स्वास्थ्य बेहतर होता है। प्रदूषण वाले क्षेत्रों में इसका नियमित प्रयोग फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखता है। अधिक प्रदूषण से हमारी श्वसन प्रणाली की लाइनिंग में सूजन आ सकती है। इलायची के प्रयोग से न केवल आराम मिलता है बल्कि सूजन भी समाप्त होती है।इलायची में काफी मात्रा में एंटीआक्सीडेंट होते हैं जो श्वसन संस्थान को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें मैंग्नीज़ भी होता है जो शरीर को डिटॉक्स करने में सहायता करता है। गले में रेशा और बलगम अधिक होने से सांस लेने में दिक्कत होती है और गले में बैक्टीरिया और वायरस पैदा होने लगते हैं। इलायची में सिनोले नाम का तत्व होता है जिसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं और जो ऐसे बैक्टीरिया को समाप्त करता है, जो हमारे फेफड़ों पर सीधे या परोक्ष रूप से प्रभाव डालते हैं। यह विशेषकर उन लोगों के लिए लाभदायक है, जिन्हें दमा, निमोनिया या सांस रुकने की शिकायत होती है।
इसका प्रयोग कैसे करें
इलायची को पीसकर अदरक के साथ पानी में उबालकर काढ़े के रूप में पिया जा सकता है जो हमारे लिवर, फेफड़े और किडनी को डिटॉक्सीफाई कर देता है।  चाय बनाते समय एक दो इलायची पानी उबालते समय डाली जा सकती हैं। पिसी हुई इलायची को स्मूदी, शैक और लड्डू आदि में डाला जा सकता है। कॉफी बनाते समय भी इलायची पाउडर डाला जा सकता है इससे कॉफी का एसिडिक प्रभाव कम होगा। यदि कुछ और संभव न हो तो एक-दो इलायची मुंह में रख कर चूसी जा सकती हैं।
सावधानियां
 कुछ लोगों को इलायची से एलर्जी होती है। प्रारंभ में बहुत कम मात्रा में प्रयोग करें और कोई तकलीफ होने पर लेना बंद कर दें। जिन्हें गॉल ब्लैडर की पथरी हो, उन्हें भी डाक्टर से पूछकर इलायची खानी चाहिए। कोई भी मसाला अधिक मात्रा में खाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए एक समय में एक दो इलायची से ज्यादा न खाएं।

(स्वास्थ्य दर्पण)