डिजिटल प्लेटफार्म पर फिल्मों का रुझान
ओटीटी प्लेटफार्म पर देसी कंटेंट और क्वालिटी के मामले में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। अब तक दोनों प्लेटफार्म पर कई देसी कहानियां रिलीज हो चुकी हैं जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया और इस तरह दर्शकों के दिलो दिमाग पर उनकी धाक जम चुकी है लेकिन इन दोनों पर कुछ कहानियां ऐसी भी आईं जिनका न आना ही बेहतर होता। ऑनलाइन प्लेटफार्म ने 2016 में देश में कदम रखा और शुरूआत में यहां कुछ विदेशी फिल्मों को ही रिलीज किया गया। इसके अलावा पुरानी हिंदी फिल्में या नई रिलीज हो रही फिल्में भी प्लेटफार्म पर आईं। मनोरंजन की ख्वाहिश रखने वाले दिलाें में काफी उम्मीदें जगी थीं। लोगों को लगा था कि अब मेनस्ट्रीम सिनेमा से अलग कुछ विदेशी सिनेमा देखने को मिलेगा, साथ ही देश में छिपी कुछ ऐसी कहानियां सामने आएंगी जो बड़े पर्दे पर जगह नहीं बना पाती। शुरूआती दौर से बाहर निकलकर डिजिटल प्लेटफार्म ने भारत में ही अपना प्रोडक्शन शुरू किया और उसे पहले ही कदम पर सबसे बड़ी सफलता ‘सेक्र ेड गेम्स’ के साथ मिली। ‘सेक्र ेड गेम्स’ में दर्शकों को पहली बार एक अलग तरह की कहानी का नजरिया देखने को मिला जिसमें थियेटर जैसी कोई बंदिशें नहीं थीं, सेंसर बोर्ड की कोई कैंची भी नहीं थी और जिसमें देसी भाषा के डायलॉग्स की भरमार थी।‘सेक्र ेड गेम्स’ से शुरू हुए इस सिलसिले को डिजिटल प्लेटफार्म ने लगातार आगे बढ़ाया। डिजिटल प्लेटफार्म ने बॉलीवुड में बड़ा निवेश भी किया। कई प्रोडक्शन हाउस के साथ मिलकर फिल्में तैयार की गईं।‘सेक्र ेड गेम्स’ के अलावा ‘दिल्ली क्र ाइम’ ‘ताजमहल’, ’लैला’ और ‘लस्ट स्टोरीज’ जैसी कुछ अच्छी सीरीज भी आती रहीं लेकिन पिछले कुछ समय ने ‘नेटफ्लिक्स’ का हिंदी भाषी कंटेंट क्वालिटी के आधार पर कुछ नीचे गिरा है। इस प्लेटफार्म पर ‘ड्राइव’, ‘मिसेज सीरियल किलर’, ‘बार्ड ऑफ ब्लड’, और ’गिल्टी’ जैसी कई फिल्में या ऐसी सीरीज भी आई जिनमें सिर्फ कुछ एक कलाकारों की अच्छी एक्टिंग को अलग रख दें तो वह किसी भी तरीके से छाप छोड़ने में नाकाम रहीं। डिजिटल प्लेटफार्म का विदेशी फिल्मों के अलावा देसी सिनेमा पर भी ज्यादा जोर दिया गया। डिजिटल प्लेटफार्म ने बड़ी संख्या में देसी सीरीज बनाईं। इसका अब तक का सबसे बड़ा धमाका था इस पर ‘मिर्जापुर’ का रिलीज होना। जो काम ‘सेक्र ेड गेम्स’ ने किया, वहीं काम मिज़र्ापुर ने किया। इसने उसे हर छोटे बड़े शहर से लेकर गांव की गलियों तक पंहुचा दिया। डिजिटल प्लेटफार्म ने ‘मिर्जापुर’ के अलावा ‘फॉर मॉर शॉट्स प्लीज’ ‘द फैमिली मैन’, ‘पंचायत’ जैसी वेब सीरीज निकालीं जो दर्शकों को काफी पसंद आईं हालांकि कुछ वेब सिरीज ऐसी भी रहीं जो सिर्फ आकर चली गई। पिछले दिनों आई वेब सीरीज ‘पाताल लोक’ को काफी पसंद किया जा रहा है। अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस तले बनी इस सीरीज में क्र ाइम थ्रिलर का शानदार नजारा दिखाया गया है। इसके अलावा इस सीरीज ने डायलॉग एक्टिंग डायरेक्शन और मैसेज देने के नाम पर काफी शानदार काम किया गया है। ‘पाताल लोक’ को अब तक की सबसे बेहतरीन हिंदी क्र ाइम थ्रिलर सीरीज कहा जाने लगा है। आईएमडीबी ने इसे 9 के ऊपर की रेटिंग दी। देश के सिनेमाघर कोरोना वायरस के चक्कर में अनिश्चितकाल के लिए बंद हैं। परिस्थितियों की गंभीरता को देखते हुए निकट भविष्य में उनके फिर से खुलने की उम्मीदें भी नहीं हैं। ऐसे में ओटीटी की डिमांड लगातार बढ़ रही है। ओटीटी प्लेटफार्म और उन पर आने वाली कहानियां हजार तरह की हैं लेकिन यह तय है कि जंग अब सिर्फ क्वालिटी को लेकर होगी। कौन किससे आगे होगा ? यह तय होगा उसकी क्वालिटी, कंटेंट और और उसके व्दारा परोसे जाने वाले एंटरटेनमेंट के आधार पर। वर्ल्ड लेबल के कंटेंट के साथ भारतीय दर्शक जो कहानी के साथ ही साथ हमेशा मसाला भी खोजता है। जो इसकी नब्ज़ को थामेगा, वही अव्वल होगा।