देखभाल ज़रूरी है सिरेमिक पोट्री की

सिरेमिक डायनिंग सेट, खूबसूरत फ्लावर पोट, शो पीस हों या कुकवेयर, बेहद मनमोहक और प्यारे लगते हैं। सिरेमिक के बर्तन मनुष्य की हजारों साल पहले की खोज हैं। इन्हें काली मिट्टी को गीला करके सांचों में ढालकर पकाकर तैयार किया जाता है। सिरेमिक पर किसी रसायन या मौसम का असर नहीं होता। लगातार पानी में रहने से भी इनकी चमक पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। इन्हें जब सजाकर रखा जाता है तो इनमें मिट्टी जम जाती है, इस्तेमाल के बाद कैसे इनकी देखभाल की जाए आइये इस विषय में जानें।
* सिरेमिक के बर्तनों और अन्य सजावटी सामान को सादे पानी से धोकर ही साफ  किया जाता है, इसके बर्तन अगर चिकनाई वाले हों तो उन्हें पानी गर्म करके धोना चाहिए।
* इन्हें डिटर्जेंट से साफ  करके और सूखे कपड़े से धोकर पोंछकर यथा स्थान रख देना चाहिए, इनकी चमक हमेशा बनी रहती है।
* इन्हें सावधानी से धोना चाहिए, कई बार गिरने पर यह टूटते नहीं हैं, लेकिन इनमें क्रैक्स आ जाते हैं। क्रैक आने के बाद इनकी आवाज़ में बदलाव आ जाता है। अगर यह भीतर से टूट जाते हैं तो इनकी आवाज़ में खनक कम हो जाती है।
* अगर इनके किनारे झड़ जाएं या चटक जाएं तो इन्हें इस्तेमाल में नहीं लाना चाहिए। इससे चोट लग सकती है।
* आजकल बाज़ार में सिरेमिक की भी कई वैरायटीज मिलती हैं, जिन्हें इनके पकाये गये तापमान के आधार पर और उनमें इस्तेमाल होने वाली मिट्टी के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है।
* सिरेमिक की क्वालिटी के अनुसार ही इनकी सफ ाई करनी चाहिए। कुछ को पानी और सादे कपड़े से साफ  कर सकते हैं और इन्हें धूप में सुखाना चाहिए।
* सिरेमिक के बर्तन और शो पीस को कैबिनेट या टेबल पर स्टोर किया जा सकता है। बस, इन्हें गिरने से बचाएं। इन्हें एक दूसरे से थोड़ी दूरी पर रखना चाहिए ताकि यह टकराकर चटक न जाएं।