गोल करने में रोनाल्डो की झण्डी पर मैसी फिर भी अव्वल

विश्व भर में जहां विभिन्न देशों के प्रसिद्ध खिलाड़ियों पर फुटबाल प्रमियों की नज़रें रहती हैं, वहीं वर्तमान में महान खिलाड़ियों लिओनल मैसी तथा क्रिस्टियानो रोनाल्डो की उपलब्धियों की तुलना संबंधी खबरें भी विशेष तौर पर चर्चा में रहती हैं। इन दोनों खिलाड़ियों में गत दिनों दो विभिन्न तरह की निजी उपलब्धियों के कारण अपने खेल सफर में 1-1 और सुनहरी पृष्ठ जोड़ लिया है। हाल ही में फीफा की ओर से फुटबाल जगत के 21 शीर्ष खिलाड़ियों की दर्जाबंदी की घोषणा की गई है जिसमें लिओनल मैसी ने अव्वल स्थान हासिल किया और दूसरे स्थान पर पुर्तगाल का सितारा क्रिस्टियानो रोनाल्डो रहा है। दूसरी तरफ चाहे मैसी दर्जाबंदी में रोनाल्डो को पछाड़ने में सफल रहा है परन्तु अंतर्राष्ट्रीय मैचों में गोल करने के मामले में रोनाल्डो ने मैसी से आगे रहते हुए अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 100 गोल करने की उपलब्धि हासिल कर ली है। 
फीफा द्वारा घोषित खिलाड़ियों की दर्जाबंदी में नये खिलाड़ियों की चुनौती के बावजूद बार्सिलोना फुटबाल क्लब के सितारे लियोन मैसी ने 93 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल किया है। इसके साथ भी पुर्तगीज़ सितारे क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 92 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है। मैसी ने गत वर्ष 57 गोल करके अपना दबदबा कायम रखा। उसने 2018-19 में सीज़न में हालांकि 74 गोल किये थे। मैसी की उपरोक्त उपलब्धि दर्शाती है कि उससे जुड़ी हर घटना कैसे खेल जगत में चर्चा का विषय बन जाती है, जिसका उदाहरण उसके द्वारा बार्सिलोना क्लब छोड़ने के विवाद से मिलता है। यह विवाद काफी दिन विश्व खेल मंच में ज्वलंत  विषय बना रहा। इसी तरह विश्व दर्जा बंदी में दूसरे स्थान पर रहने वाले रोनाल्डो ने भी पिछले सीज़न में 37 गोल किये। विश्व दर्जाबंदी में दूसरा स्थान हासिल करने वाली सम्मानजनक उपलब्धि हासिल करने वाले रोनाल्डो ने गत दिनों एक और बड़ी उपबब्धि हासिल कर ली है। वह अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल मैचों में 100 गोल करने वाले क्लब में शामिल होने वाले विश्व के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं और  सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों में भी वह दूसरे  स्थान पर पहुंच गए हैं। रोनाल्डो 165 मैचों में 101 गोल कर चुका है। गद दिनों उसने अपने देश पुर्तगाल की टीम की ओर से खेलते हुए यूरोप नेशन्ज़ लीग में स्वीडन के खिलाफ दो गोल करके, जहां अपनी टीम को 2-0 से जीत दिलाई, वहीं उसने अपने अंतर्राष्ट्रीय गोलों का शतक भी पूरा किया। रोनाल्डो को 99 से 100 गोलों तक पहुंचने के लिए 10 महीने का समय लगा। यह मुकाम हासिल करने वाला रोनाल्डो यूरोप का पहला खिलाड़ी बन गया है। रोनाल्डो ने 2004 में ग्रीस के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। यह उपलब्धि हासिल करने के बाद नेशन्ज़ लीग के दौरान पैर के अंगूठे पर चोट लग जाने के कारण, रोनाल्डो क्रोशिया के खिलाफ मैच नहीं खेल सका, परन्तु उसकी टीम ने 4-1 गोलों के अंतर से मैच जीता। इस दौरान रोनाल्डो स्टेडियम में बैठा मैच देख रहा था और उसने मास्क नहीं पहना हुआ था, जिस कारण एक महिला अधिकारी ने आकर उसे रोका तो रोनाल्डो ने तुरंत मास्क पहन कर कोरोना नियमों के पालन का प्रमाण दिया और यह घटना भी मीडिया में सुर्खी बन गई, जिससे इस खिलाड़ी के लोकप्रियता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। 

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