पति-पत्नी के संबंध सुखद कैसे हों ?

विवाह ज़िन्दगी का एक अनमोल तोहफा है।  हर लड़का-लड़की यह चाहता है कि हमें जीवन साथी बढ़िया मिले ताकि वह बढ़िया तकीके से जीवन व्यतीत कर सके। लड़कों की तरह लड़कियां भी जीवन-साथी बढ़िया, खूबसूरत और शिष्टाचार वाला पसंद करती हैं। पहले तो माता-पिता की इच्छा के अनुसार ही लड़के-लड़की का रिश्ता कर दिया जाता था लेकिन आधुनिक समय में लड़के -लड़की की इच्छा के अनुसार ही रिश्ता तय किया जाता है। दोनों बैठ कर बातें करते हैं और एक-दूसरे के विचार जानते हैं। अगर लड़का-लड़की राज़ी हों तो भाव खुश हों तो ही रिश्ता पक्का किया जाता है। माता-पिता तो सिर्फ आशीर्वाद ही देते हैं। 
विवाह करना या करवाना यह जिन्दगी का पछतावा नहीं यह तो दो आत्माओं का मेल है। जिन घरों में बच्चे माता-पिता के आज्ञाकारी हों, पति-पत्नी के बीच मतभेद न हों, घर में सुख शांति हो, जिन्दगी खुशमयी व्यतीत हो रही हो, घर में पूजा पाठ की  बातें हों उस घर में स्वर्ग का वास होता है। उन घरों में बच्चे अच्छी बातें ही करते हैं। घर को स्वर्ग या नर्क बनाना यह पति-पत्नी के हाथों में होता है। पति-पत्नी को देखकर ही बच्चे गुण और आदतें ग्रहण करते हैं। 
पति-पत्नी अगर दोनों मिल कर चले ंऔर एक-दूसरे की बात ध्यान से सुने, एक-दूसरे से कुछ छिपाएं न, एक-दूसरे पर शक न करें तो घर में लड़ाई वाला माहौल पैदा ही नहीं होता। शक की सुई ही घर में लड़ाई-झगड़े का कारण बनती है। जिन्दगी लम्बी, सुखमई और शांतिपूर्ण चहाते हों तो सदा खुश रहो। मन में किसी किस्म की बात नहीं रखनी चाहिए। तनाव या कोई अन्य समस्या हो तो उसे निकाल देना चाहिए। पति अपनी पत्नी को दिल की गहराइयों से समझे और पत्नी-पति की भावनाओं का सम्मान करे।
ज़िन्दगी ज़िदा-दिली का नाम है इसको स्वर्ग, सुखमयी और शांतिपूर्ण व्यतीत करना हमारे हाथ में है। अगर पति पत्नी दोनों नौकरीपेशा हैं तो पति को पत्नी के साथ छोटे-छोटे कामों में हाथ बंटाना चाहिए। अगर घर में पति-पत्नी के संबंध अच्छे होंगे तो घर में खुशहाली होगी। साथ ही अगर घर में लड़ाई-झगड़े वाला माहौल होगा तो इसका असर बच्चों पर होता है और उनके व्यवहार में काफी बदलाव आता है। पति-पत्नी घर में छोटी-छोटी बातों को लेकर लड़ाई करने में संकोच करें। घर को घर ही रहने दें लड़ाई का मैदान न बनाएं। पति-पत्नी के हर काम की तारीफ करके उसका दिल जीत सकता है। पत्नी भी पति के किया कामों की तारीफ करके उसका विश्वास जीत सकती है। कभी भी एक-दूसरे पर शक नहीं करना चाहिये क्योंकि पति-पत्नी का रिश्ता बड़ा अनमोल होता है। अगर पति-पत्नी आपस में दोस्त की तरह रहे तो यह रिश्ता आसानी से निभाया जा सकता है।