दीवाली में भी रखें सुंदरता को बरकरार

दीपावली का त्यौहार शुरू हो चुका है। स्वाभाविक है कि दीपों के इस त्यौहार में आप भी रंगों की तरह दमकना चाहती हैं। दीपावली में हम घर-बाहर सभी जगह को सुन्दर बनाने तथा सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। दीवाली के त्यौहार में घर की सफाई, डैकोरेशन, लाइटिंग तथा शापिंग की ज्यादा ज़िम्मेदारी महिलाएं ही निभाती हैं।
रौशनी और उल्लास के इस त्यौहार की घरों को सजाने तथा नए परिधान खरीदने की तैयारियां हालांकि एक महीना पहले से ही करना शुरू कर देते हैं, लेकिन बाकी तैयारियों की वजह से महिलाएं अपने सौन्दर्य की अनदेखी कर बैठती हैं जिसकी वजह से इस पावन दिन पर आप बुझे तथा थके हुए दिखाई देते हैं, लेकिन अगर बाकी तैयारियों के साथ ही अपनी त्वचा, बालों तथा बाहरी लुक पर ध्यान दें तो इस पावन त्यौहार का मज़ा कई गुणा बढ़ जाएगा। आपको महज कुछ सौन्दर्य सावधानियां अपनानी होंगी। घरेलू आर्गेनिक नुस्खे अपनाकर न केवल आप त्यौहार में अपनी रंगत निखार कर इस उत्सव की आभा बढ़ा सकती हैं बल्कि आपके चेहरे का आकर्षण त्यौहार में चार चॉंद लगा सकता है।
दीपावली के साथ-साथ मौसम भी करवट लेता है। इस मौसम में ठंडक बढ़ जाने से दिनों दिन वातावरण में आर्द्रता की कमी आनी शुरू हो जाती है, जिससे त्वचा में रुखापन आना शुरू हो जाता है।
आपके होंठ, चेहरे, त्वचा तथा बालों पर ठंडक की मार साफ झलकने लगती है। मौसम की पहली बर्फबारी के साथ ही त्वचा का प्रकृति संतुलन बिगड़ना शुरू हो गया है तथा रुखापन आने से ही त्वचा में चकते, फोड़े, फुन्सियां, मुंहासे पैदा हो जाते हैं तथा बाल रुखे-सूखे होकर बेजान तथा निर्जीव लगने लगते हैं। इसलिए त्वचा में नमी बनाए रखना अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो जाता है। इस मौसम में सामान्य तथा सूखी त्वचा को जैल के साथ दिन में दो बार साफ करनी चाहिए। क्लीनज़र से त्वचा की हल्के तरीके से मालिश कीजिए तथा विषैले एवं गन्दे पदार्थों को गीले काटन वूल से हटा दीजिए। इसके बाद त्वचा पर काटनवूल की मदद से गुलाब जल तथा त्वचा टॉनिक का प्रयोग कीजिए। 
आजकल वातावरण में प्रदूषण ़खतरनाक स्तर को पार कर रहा है तथा वातावरण में रासायनिक वायु प्रदूषण, गन्दगी तथा कालिख एवं मैल विद्यमान रहती है।
हालांकि मौसम में ठंडक ज़रूर आ गई है लेकिन दिन का तापमान 30 डिग्री के आस-पास दर्ज किया जा रहा है। यदि आप कामकाज़ी महिला हैं तथा दिन भर खुले वातावरण में स़फर करती हैं तो सुबह घर से बाहर निकलने से पहले त्वचा पर सन-स्क्रीन का उपयोग कीजिए तथा यदि आप घर के भीतर रह रही हैं तो त्वचा पर माइस्चराइजर का उपयोग कीजिए। आजकल बाज़ार में माइस्चराइजर क्रीम तरल रूप में उपलब्ध है। रूखी त्वचा के लिए रात्रि में क्लीजिंग के बाद नरीशिंग/पौषक लगाकर इसे पूरे चेहरे पर मल लीजिए तथा बाद में काटन वूल की मदद से इसे साफ कर लीजिए। जिसके बाद आप त्वचा पर सीरम लगा लीजिए। तैलीय त्वचा को भी माइस्चराइजर की ज़रूरत होती है। अगर तैलीय त्वचा पर क्रीम लगाई जाए तो कील मुंहासे उभर आते हैं। तैलीय त्वचा में नमी प्रदान करने के लिए एक चम्मच शुद्ध ग्लीसरीन में 100 मिली लीटर गुलाब जल मिलाएं। इस मिश्रण को फ्रिज में एयरटाइट जार में रखें। इस मिश्रण को क्लीनजिंग के बाद उपयोग कीजिए। उससे त्वचा में तैलीयपन की बजाय नमी का प्रभाव आता है। त्वचा को साफ करने के लिए दूध या फेसवॉश का उपयोग करें।
दीपावली त्यौहार अपने साथ सर्द ऋतु की सौगात लाती है। प्रतिदिन चेहरे पर 10 मिनट तक शहद लगाइए तथा बाद में इसे ताज़े स्वच्छ जल से धो डालिए। गाजर को  रगड़ कर इसे चेहरे पर 15-20 मिनट तक लगाएं। गाजर विटामिन ‘ए’ में भरपूर मानी जाती है तथा सर्दियों में त्वचा का पौषाहार प्रदान करने में काफी सक्षम होती है। आधा चम्मच शहद में एक चम्मच गुलाब जल तथा एक चम्मच सूखा दूध का पाऊडर मिलाएं। इन सबका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा लीजिए तथा 20 मिनट के बाद ताजे पानी से धो डालिए। यह मिश्रण सूखी तथा सामान्य दोनों प्रकार की त्वचा के लिए लाभदायक साबित होता है। सप्ताह में दो बार बालों का तेल से ट्रीटमैंट करें। जैतून के तेल को गर्म करके इसकी बालों तथा खोपड़ी पर मालिश करें। इसके बाद तौलिए को गर्म पानी में डुबोएं तथा पानी को निचोड़ने के  बाद तौलिए को सिर पर पगड़ी की तरह पांच मिनट तक लपेट लें। इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं तथा इस प्रक्रिया से बालों तथा खोपड़ी पर तेल को सोखने में आसानी होती है। चीन चम्मच गुलाब जल में एक चम्मच ग्लीसरीन तथा नींबू जूस बना लीजिए। इसे हाथों तथा पांवों पर लगाकर आधा घंटा तक लगा रहने दीजिए तथा इसके बाद ताजे सादे जल से धो डालिए।