आईसीसी अवार्ड्स विराट कोहली का बजा डंका

भारत की क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने आईसीसी अवार्ड्स की तमाम सुर्खियां अपने नाम कर ली हैं। उन्होंने न सिर्फ  पिछले दस वर्ष के सर्वश्रेष्ठ पुरुष क्रिकेटर का सर गारफील्ड सोबर्स अवार्ड अपने नाम किया बल्कि दशक के सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय क्रिकेटर भी वही हैं। साथ ही भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को फैन्स ने ‘आईसीसी स्प्रिट ऑफ  क्रिकेट अवार्ड ऑफ  द डिकेड’ के लिए चुना। धोनी ने 2011 के नाटिंघम टैस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल को रन आउट के बाद वापस बल्लेबाजी के लिए बुलाया था। भारत के लिए गर्व की एक अन्य बात यह रही कि आईसीसी ने जो दशक की टीमें चुनी हैं, उनमें एकदिवसीय व टी-20 टीमों का कप्तान एमएस धोनी को और टैस्ट टीम का कप्तान विराट कोहली को चुना गया है। तीनों फॉर्मेट के लिए आईसीसी ने दशक की जो टीमें चुनी हैं, उनमें जो एक खिलाड़ी तीनों टीमों में अपना स्थान बना पाया है, वह भी विराट कोहली ही हैं। कोहली को यह सम्मान दिया जाना स्वाभाविक था। उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में अब तक जो कुल 70 अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाये हैं, उनमें से 66 आईसीसी अवार्ड अवधि के दौरान आये हैं। इस अवधि में 70 प्लस पारियों वाले खिलाड़ियों में सबसे अधिक अर्द्धशतक (94), सबसे अधिक रन (20,396) और सबसे अच्छे औसत (56.97) वाले खिलाड़ी भी विराट कोहली ही हैं। इस सम्मान पर कोहली का कहना है, ‘यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। पिछले एक दशक के दौरान जो पल मेरे दिल के अधिक करीब हैं वह हैं-2011 में विश्व कप जीत, 2013 में चैंपियंस ट्राफी जीत और 2018 में ऑस्ट्रेलिया में टैस्ट सीरीज़ जीतना। एकदिवसीय क्रिकेट मैंने जल्दी खेलना शुरू किया था। पहले मैं एक दिवसीय टीम में आया और फिर इसके कई वर्ष बाद मैंने अपना पहला टैस्ट खेला। इस तरह मुझे अपने खेल का अंदाज़ा बहुत जल्दी हो गया था।’ आईसीसी अवार्ड्स से जिन अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया वह हैं- स्टीव स्मिथ (पुरुष टैस्ट क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड), राशिद खान (पुरुष टी-20 क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड), एलीस पैरी को तीन पुरस्कार मिले हैं (रशल हेहो फ्लिंट अवार्ड फार आईसीसी फीमेल क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड, वीमेन ओडीआई क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड और वीमेन टी-20 क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड), काइली को एट्जर (मेन एसोसिएट क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड) और कथरिन बरीस (वीमेन एसोसिएट क्रिकेटर ऑफ  द डिकेड)। आईसीसी ने जो दशक की टीमें चुनी हैं, उनमें सीमित ओवरों के फॉर्मेट में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा। ओडीआई व टी-20 की टीमों में भारत के क्रमश: तीन व चार खिलाड़ी चुने गये। धोनी, कोहली व रोहित शर्मा इन दोनों फॉर्मेट में हैं, जबकि जसप्रीत बुमराह को टी-20 की टीम में शामिल किया गया है। टैस्ट टीम में कोहली के अतिरिक्त रविचंद्रन अश्विन को भी चुना गया है। जहां तक भारतीय महिलाओं की बात है तो मिथाली राज और झूलन गोस्वामी को ओडीआई टीम में जगह मिली है और हरमनप्रीत कौर व पूनम यादव को टी-20 में जगह दी गई है। इस तरह दोनों पुरुष व महिला टीमों में भारत के कुल नौ खिलाड़ियों को चुना गया है, जिनमें से पांच पुरुष व चार महिलाएं हैं यानी दोनों लिंगों का लगभग बराबर का योगदान है।दशक की टीम में चुने जाने का अर्थ यह है कि इन खिलाड़ियों ने दस साल की लम्बी अवधि के दौरान न सिर्फ अपने खेल के प्रदर्शन का स्तर बनाये रखा है बल्कि अपनी फिटनेस पर भी ध्यान दिया है। दरअसल, इन्हीं खिलाड़ियों की वजह से आज भारत दोनों महिला व पुरुष क्त्रिकेट में अपना दबदबा बनाये हुए है। गत दशक में भारतीय पुरुष टीम ने जहां आईसीसी विश्व कप व चैंपियंस ट्राफी जीती और टैस्ट में भी नम्बर वन टीम बनी, वहीं हमारी महिला टीम आईसीसी के एक दिवसीय व टी-20 प्रतियोगिताओं के फाइनल में पहुंची। इसलिए इन खिलाड़ियों को जो अवार्ड्स मिले हैं और टीमों में स्थान दिया गया है वह निश्चितरूप से इसके हकदार हैं।

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