विश्व की अपंग हस्तियां जिन्होंने अद्भुत कार्य किए

संसार में कई ऐसे अपंग व्यक्ति हुए हैं जो चाहे जन्म से ही अपंग थे या किसी दुर्घटना के कारण अपंग हो गए किंतु प्रकृति ने उन्हें ऐसी क्षमताएं प्रदान की जिनके कारण उन्होंने अविश्वनीय कारनामे कर दिखाए। होमर ईसा पूर्व 850 में पैदा हुआ। वह नेत्रहीन था किंतु कहा जाता है कि उसने ‘ओडिसी’ की रचना की जिसने विश्व के साहित्य में गहरा प्रभाव छोड़ा।हैनरी डी-ओ-मैट्रिक चौदह वर्ष की उम्र में अपाहिज हो गया था। इस दुर्घटना के कारण उसका शारीरिक विकास रुक गया परंतु वह एक पैदाइशी कलाकार था जिसके बनाए हुए लीथोग्राफ पोस्टर आज भी पैरिस की आर्ट्स गैलरी में मौजूद हैं जो इस कलाकार का मुँह बोलता प्रमाण है। हैलेन कीलर 1880 में पैदा हुई। वह जन्म से ही नेत्रहीन और बहरी थी लेकिन उसने दस से अधिक पुस्तकें लिखीं जो अंग्रेजी साहित्य में विशिष्ट स्थान रखतीं हैं। साहित्यकार होने के अलावा वह एक सफल वक्ता थी। उनका देहांत 1968 में हुआ।साराबैंट फ्रांस की एक प्रसिद्ध मंच अभिनेत्री थी। वह 1844 में फ्रांस के एक गाँव में जन्मी। 1914 में एक दुर्घटना में उसकी दोनो टांगें नकारा हो गईं लेकिन इस कमी की उसने कभी परवाह नहीं की और अपनी मौत के कुछ दिन पहले तक वह रंगमंच पर अपने  अभिनय के जौहर दिखाती रही। इसके नाटक लोग बड़े शौक से देखते थे।फ्रैंकलिन रुजवैल्ट 1882 में अमरीका में पैदा हुए। जब वह उनतालीस वर्ष के थे तो पक्षघात के कारण उनकी  टांगें नाकारा हो गईं लेकिन इसके बावजूद वह चार बार अमरीका के राष्ट्रपति चुने गए।लाडुंग वैन एक संगीतकार था जिसने अपने समय के अनूठे और महान संगीत को जन्म दिया लेकिन उसने यह संगीत उस समय रचा जब वह पूर्ण रूप से बहरा हो चुका था। उसकी मृत्यु 1827 में हुई। जार्ज लुईस अर्जेन्टाइना का प्रसिद्ध कवि, कथाकार और आलोचक था जिसकी बहुत सी पुस्तकों का अंग्रेजी में अनुवाद हो चुका है। वह जन्म से ही नेत्रहीन था। लुईस ब्रेली तीन वर्ष की आयु में ही नेत्रहीन हो गया था लेकिन उसने अंधों के पढ़ने और लिखने के लिए ऐसी प्रणाली का अविष्कार किया जो अत्यंत लोकप्रिय हो गई।चार्ल्स स्टीक्स अपने समय का एक इंजीनियर था लेकिन वह कुबड़ा था। उसने दो सौ से अधिक इमारती नमूने बनाए। लोरा ब्रिजमैन पहली महिला है जिसने डाक्टर सैमुअल हार के नेतृत्व में अंधों को पढ़ाए जाने वाली ब्रेल प्रणाली में शिक्ष्त्र प्राप्त की। वह नेत्रहीन बहरी और गूँगी थी। शिक्षा प्राप्त करने के बाद वह एक स्कूल में सिलाई सिखाने लगी थी।हैनरी बसकाडी 1912 में पैदा हुआ। जन्म से ही उसकी दोनों टांगें नहीं थी। वह मानवीय सहायता संस्थान का अध्यक्ष और अपंगों के कल्याण की संस्था का संस्थापक था। वह व्हाइट हाउस (अमरीका) में हुई अपंगों की विश्व कांफ्रैंस का चेयरमैन भी था। उसने असंख्य लेख लिखे जिसमें अपंगों के कल्याण एवं उत्थान के काम को आगे बढ़ाने पर बल दिया था। हैनरी को उसकी सेवाओं के लिए दस सम्मानार्थ उपाधियाँ भी दी गईं थीं।जेम्स टर्बर 1894 में पैदा हुआ। उसकी बचपन से ही दोनों आँखें नहीं थी लेकिन वह एक अच्छा कलाकार था जिसके कार्टून और तस्वीरें बहुत सी पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। (अदिति)