दांतों की सुरक्षा क्यों और कैसे ?

मानव काया के सुचारू संचालन के लिए जिस ऊर्जा और शक्ति की हमें आवश्यकता है, वह हम भोजन से प्राप्त करते हैं। भोजन का प्रत्येक कण हमारे शरीर को शक्ति, उष्मा और स्फूर्ति प्रदान करता है। पाचन क्रि या का पहला कार्य दांतों से ही प्रारम्भ होता है और भोजन को सुपाच्य बनाने में इसका सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान होता है। 
अत: भोजन को खूब चबाकर खाना चाहिए ताकि जब चबाया हुआ अन्न पेट में जाए तो दांत का काम फिर आंतों को न करना पड़े। पूर्ण रूप से चबाकर खाने से हमारे मुंह के लार से घुलकर अन्न का दाना बिलकुल पिस जाता है जो पाचन क्रि या की पहली सुचारू चेष्टा है। इससे हमारी पाचन शक्ति ठीक रहती है और हम भोजन का शत-प्रतिशत लाभ उठाकर स्वस्थ रहते हैं। 
कुछ प्रचलित आजमाए हुए सस्ते और सुविधानुसार उपलब्ध होने वाले सामान तथा उपायों को यहां दिया जा रहा है जिसके परिपालन से दंतरोगों  से बचा जा सकता है। 
* मुंह से दुर्गन्ध आने पर आम का दातुन नियमित करना चाहिए। कुछ दिन के प्रयोग से मुंह से दुर्गन्ध आनी समाप्त हो जाएगी। 
* नौसादर, सोंठ, हल्दी और नमक को महीन पीस कर कपड़े में छान लें। फिर सरसों के तेल में मिलाकर मंजन करें। इससे ‘पायरिया‘ रोग का भी नाश हो जाएगा और मुंह की सारी दुर्गन्ध मिट जाएगी।
* सरसों के तेल में नमक और नींबू का रस मिलाकर मंजन करने से भी दांतों को लाभ होता है। 
* पालक का साग पूरे मौसम में खूब खायें। यह दांतों के लिए बड़ा लाभकारी है। 
* तिल के तेल से दांतों को रगड़ने पर लाभ होता है।
* मकई के पत्तों को पानी में उबालें और पानी को छान लें। पानी थोड़ा गर्म रहे तो कुल्ला करने पर दांतों को बहुत लाभ होता है। 
* फिटकरी के पानी से कुल्ला करना भी दांतों के लिए लाभदायक है। 
* लौंग का तेल रूई के फाहे में भिगोकर दांतों पर लगाने से दांतों का दर्द तुरन्त दूर हो जाता है। 
* अमरूद और नीम की कोमल पत्तियों को चबाने से भी दांतों को लाभ होता है।
*नींबू का रस दांतों के लिए सदा लाभकारी है। 
* टमाटर का रस भी दांतों को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक होता है। 
* तुलसी के पत्ते, लौंग और कपूर मिलाकर पीस लें। फिर इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इन गोलियों को दांत के नीचे दबाकर रखने से दांतों का दर्द दूर होता है और मुंह से दुर्गन्ध का नाश होता है।
* तुलसी की पत्ती और काली मिर्च पीसकर छोटी गोलियां बना लें। यदि दांतों में दर्द होता हो तो उस दांत के नीचे गोलियों को दबाने से दांत का दर्द दूर हो जाता है। 
* सेंधा नमक आग में जलाकर बारीक पीस लें और छानकर मंजन की तरह दांतों पर सुबह-शाम मलें। दांतों का दर्द और कीड़े आदि नष्ट होकर दांत मजबूत हो जाते हैं। 
* तुलसी की पत्ती सुबह-शाम चबाने से मुंह की दुर्गन्ध दूर हो जाती है। 
* जामुन की पत्तियों को चबाने से भी हिलते दांत में फायदा होता है। 
* मुलेठी का दातुन करने से भी दांत रोग में लाभ होता है।
* भुनी हुई लौंग चबाने से भी हिलते दांत की जड़ें मजबूत होती हैं। 
(स्वास्थ्य दर्पण)