महिलाएं जब करें पूंजी निवेश

महिलाओं में आत्मनिर्भरता व शिक्षा के प्रचार की वजह से विभिन्न क्षेत्रों में उनकी भागीदारी बढ़ी है। आज की नारियां कमाने के साथ-साथ बचत में भी रूचि लेती हैं जो आगे चल कर उनको ही लाभ पहुंचाता है लेकिन अभी भी आम औरतें पूंजी निवेश के मामलों में पुरूषों से पीछे ही हैं। सम्पत्ति खरीदना या पूंजी निवेश करना अभी भी पुरूषों के बस का काम माना जाता है। पुरूष भी दूसरों की देखा-देखी या अपने अनुभव के आधार पर इन कामों में थोड़ी बहुत दक्षता हासिल कर लेते हैं जबकि पढ़े लिखे आधुनिक कहे जाने वाले परिवारों में भी घर की महिला सदस्यों को इन बातों से दूर रखा जाता है जिसकी वजह से आगे चल कर जब उन्हें पूंजी निवेश करने का मौका मिलता है तो अक्सर वे गलत जगह धन लगा बैठती हैं या फिर स्वार्थी शुभचिंतकों के बिछाए जाल में फंस जाती हैं।
अक्सर देखा जाता है कि उच्च शिक्षित नौकरीपेशा महिलाएं स्वार्थी मित्रों या रिश्तेदारों के बहकावे में आकर अपने बचत के रूपयों का निवेश करते वक्त गलती कर बैठती हैं। फिर जब-जब जरूरत पड़ती है तो उन्हें अपनी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ता है। 
इसलिए महिलाओं को पूंजी निवेश करते वक्त कतिपय बातों पर पहले ही गौर करना चाहिए। फिर किसी व्यावसायिक परामर्शदाता से सलाह करके अपना धन निवेश हेतु लगाना चाहिये। मसलन पूंजी निवेश करते वक्त, इसमें होने वाली लाभ व हानि की विस्तृत जानकारी लें:-
= आपात्काल में निवेशित पूंजी को सुगमता से वापिस पाने के तरीकों के बारे में पूछ लें। = पूंजी निवेश एकल ही करें। किसी के साथ मिलकर पूंजी निवेश करने से आगे चल कर जाकर धोखाधड़ी का सामना करना पड़ सकता है। = जोखिमपूर्ण शर्तों या परिस्थितियों वाली जगह में पूंजी निवेश करने से बचें। = किसी सुदूर जगह में फ्लैट या खेत खरीदने में पैसा न लगायें। सम्पत्ति वहीं खरीदें जहां आप इस पर निगरानी रख सकें। = डांवाडोल स्थिति वाली फाइनेंस कम्पनियों या अनजान चिट फण्ड कम्पनियों में दूसरों की देखादेखी अधिक लाभ के लालच में पैसा न लगाएं।= सम्पत्ति के कागज पक्के हों। सम्पत्ति खरीदते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें। = सम्पत्ति खरीदते या पूंजी निवेश करते वक्त आयकर विशेषज्ञ या वकील से अवश्य सलाह लें ताकि आपको आगे चलकर किसी परेशानी का सामना न करना न पड़ें। = किराये पर मकान देते वक्त किसी विश्वसनीय कंपनी को लीज दें। (उर्वशी)