लाइफ स्टाइल में बदलाव से बचा सकते हैं किडनी

लाइफस्टाइल में आने वाले बदलाव ने मनुष्य को कई बीमारियों से जकड़ लिया है। उनमे अन्य बीमारियों के साथ साथ किडनी खराब होना भी बढ़ता जा रहा है। किडनी की बीमारी मनुष्य को जीने के प्रति हताश बना देती है। गर समय रहते उसका सही इलाज हो जाए तो खराब किडनी का रोगी काफी बेहतर जिंदगी जी सकता है।
लक्षण
* पैरों और आंखों के नीचे सूजन।
*  चलने पर जल्दी थकान और सांस का फूलना।
* रात्रि में बार-बार पेशाब का आना।
* खून में कमी, शरीर पीला दिखना।
* भूख कम लगना और हाजमा ठीक न रहना। 
इन लक्षणों के होने पर भी अपनी जांच अवश्य समझदार डाक्टर से कराएं ताकि समय रहते इलाज हो सके।
कुछ आदतें जो किडनी को बनाती हैं बीमार
* साफ्ट ड्रिंक्स या सोडा ड्रिंक्स का अधिक सेवन
* अधिक मीट का सेवन करने से = डायबिटीज होने पर ध्यान न देना, ठीक से दवा न लेना और न ही परहेज करना। = खाने में नमक का अधिक सेवन करना। = पेनकिलर का अधिक मात्रा में प्रयोग। = ब्लडप्रेशर अधिक होने पर ठीक से इलाज न करना।
*  पेशाब आने पर पेशाब न करना या रोककर रखने से। = शरीर को पूरा आराम न देना।  = पानी का सेवन काफी कम करना।  
इन सब आदतों के कारण हम अपनी किडनी को खराब करने में मदद करते हैं। इन आदतों को सुधार कर हम उसे बचाने का प्रयास कर सकते हैं।
बचाव के उपाय
*  फल और कच्ची सब्जियों का सेवन अधिक करें।
*  प्रतिदिन 8 से 1० गिलास  पानी पिएं।
* अंगूर का सेवन करने से किडनी से फालतू यूरिक एसिड निकलने में सहायता मिलती है।
* खाने में नमक, सोडियम और प्रोटीन की मात्र का सेवन कम करें।
*  गहरे हरे रंग की सब्जियों का सेवन अधिक करें क्योंकि गहरे हरे रंग की सब्जियों में मैग्नीशियम की मात्र अधिक होती है और मैग्नीशियम किडनी को सही काम करने में मदद करता है।
*  न्यूट्रीशन से भरपूर खाना, रेग्यूलर एक्सरसाइज और वजन पर कंट्रोल करने से किडनी की बीमारी की आशंका को कम किया जा सकता है।
*  35 साल के बाद साल में कम से कम एक बार ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच अवश्य करवाएं। अगर फैमिली हिस्ट्री है तो 25 साल की उम्र से ही टेस्ट कराएं।
खाने में करें परहेज
* कोल्ड ड्रिंक्स, चाय, काफी, पैक्ड जूस, शर्बत आदि का परहेज करें।
*  मूंगफली, काजू, बादाम, खजूर, किशमिश भी कम खाएं।
*  मार्केट के पनीर के सेवन से परहेज करें। घर पर दूध फाड़ कर पनीर बनाएं। दूध फाड़ते समय दही का प्रयोग करें। नींबू, टाटरी या सिरका प्रयोग में न लाएं।
*  अचार, पापड़, चटनी, केचप का प्रयोग कम करें।
*  कमलककड़ी, मशरूम, अंकुरित मूंग-चना का सेवन भी कम से कम करें।
गलत लाइफ स्टाइल और बुरी आदतों को छोड़ दें तो किडनी के साथ कई अन्य प्रमुख बीमारियों से भी आप बचे रह सकते हैं।

(स्वास्थ्य दर्पण)