महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी ने आरोपों से किया इनकार, सरकार से की निष्पक्ष जांच की मांग


नई दिल्ली  20 सितम्बर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महंत नरेंद्र गिरी की मौत के बाद सुसाइड नोट में नाम आने पर हरिद्वार से हिरासत में लिए गए शिष्य आनंद गिरी ने आरोपों से इनकार किया है। उसने कहा कि यह उन लोगों की एक बड़ी साजिश है जो गुरुजी से पैसे ऐंठते थे और पत्र में मेरा नाम लिखा है। इसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि गुरु जी ने अपने जीवन में एक पत्र नहीं लिखा है और वह कभी आत्महत्या नहीं कर सकते हैं, उनकी लिखावट की जांच की जानी चाहिए।
आनंद गिरी ने आग कहा कि मैंने अपना पूरा जीवन वहीं बिताया है और कभी कोई पैसा नहीं लिया। मेरे और गुरु जी के बीच सब कुछ अच्छा था और इसलिए मैं सरकार से इस मामले की पूरी जांच करने का अनुरोध करता हूं।