एंड्रयू सायमंडस एक आलराऊंडर क्रिकेटर का दुखद अंत

जैसे ही यह खबर वायरल हुई कि ऑस्ट्रेलिया के लीजेंड हरफनमौला क्रिकेटर एंड्रयू सायमंडस का एक कार दुर्घटना में निधन हो गया है तो भारत के दिग्गज ऑफ  स्पिनर हरभजन सिंह के पास कॉल्स व मैसेजों का अम्बार लग गया, लेकिन उन्होंने किसी को कोई जवाब नहीं दिया बल्कि केवल इतना ट्वीट किया, ‘एंड्रयू सायमंडस के अचानक निधन की खबर सुनकर शॉक लगा। उनके परिवार व दोस्तों को दिल की गहराइयों से श्रद्धांजलि। दिवंगत आत्मा के लिए दुआएं।’ 
गौरतलब है कि साल 2008 के भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के नव वर्ष टैस्ट के दौरान एंड्रयू सायमंडस ने हरभजन सिंह पर नस्लवादी टिप्पणी के गंभीर आरोप लगाये थे। सिडनी के उस टैस्ट में एंड्रयू सायमंडस ने अपना सर्वाधिक टैस्ट स्कोर 162 नाबाद बनाया था और वह मैन ऑफ द मैच थे, जोकि टैस्ट में उनका एकमात्र अवार्ड रहा। आईपीएल के पहले सत्र (2008) में सायमंडस सबसे महंगे (6.40 करोड़ रुपये) खिलाड़ी थे, उन्हें हैदराबाद ने खरीदा था, लेकिन 2011 में मुम्बई इंडियंस ने उन्हें 8,50,000 डॉलर में खरीद लिया और इस तरह वह उसी ड्रेसिंग रूम में पहुंच गये जिसमें हरभजन सिंह पहले से मौजूद थे। नतीजतन ऑन-फील्ड ‘दुश्मन’ दोस्त बन गये। 
बहरहाल, यू-ट्यूब पर दिल की धड़कन रोक देने वाले दो शानदार पल हैं जो यह परिभाषित करते हैं कि एंड्रयू सायमंडस क्या थे और उनमें कितनी गज़ब की प्रतिभा थी। 2001 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया बनाम वैस्टइंडीज का एकदिवसीय मैच था। लौरी विलियम्स ने नाथन ब्रेकन की गेंद को लांग-ऑन की तरफ  ड्राइव किया और रन लेने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन मिड-विकेट से एंड्रयू सायमंडस कूदे, गेंद को रोका, नीचे गिरे हुए ही घूमे और स्ट्राइकर एंड पर स्टंप्स बिखेर दिए। यह सब कुछ मात्र डेढ़ सैकेंड में हुआ। लौरी आऊट हो गये। अजीब संयोग यह है कि एंड्रयू सायमंडस की तरह लौरी का भी कार दुर्घटना में निधन हुआ था। एंड्रयू सायमंडस का निधन 14 मई 2022 को टाउन्सविले, क्वीन्सलैंड में हुआ, वह 46 वर्ष के थे। जादुई फील्डिंग की दूसरी यादगार डर्बन में खेले गये 2007 विश्व टी-20 के सैमीफाइनल की है। भारतीय बल्लेबाज रोबिन उथप्पा ने मिट्चेल जॉनसन की गेंद पर कवर ड्राइव खेला, लेकिन बीच में एंड्रयू सायमंडस आ गये। शॉट इतना तेज़ था कि गेंद उनके हाथ से छिटक कर कुछ मीटर पीछे चली गई। उथप्पा ने युवराज सिंह को सिंगल के लिए बुलाया। एंड्रयू  सायमंडस पीछे दौड़े, गेंद को पकड़ा, लेकिन विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट स्टंप्स के पास नहीं थे। दूसरे छोर पर युवराज सिंह भी क्रीज़ से बाहर थे। एंड्रयू सायमंडस रुके, सोचा कि किस एंड पर गेंद फैंकनी है और फिर स्ट्राइकर एंड की तरफ का मिडिल स्टंप तोड़ दिया। 
जोंटी रोड्स एंड्रयू सायमंडस को सर्वकालिक आल-राऊंड फील्डर मानते हैं जो दोनों गेंद व बल्ले से भी योगदान देते थे। बल्ले से वह तेज़ रफ्तार से रन बनाते थे और गेंद से वह मीडियम-पेस या ऑफ स्पिन आवश्यकता अनुसार गेंदबाज़ी भी करते थे। 2003 के विश्व कप में उनका औसत 163 था।
सायमंडस अस्थिर खिलाड़ी थे, लेकिन साथ ही प्रभावशाली भी जिनका प्रदर्शन हमेशा मैच का रुख बदल देता था, जैसे पाकिस्तान के विरुद्ध जोहान्सबर्ग में 2003 के विश्व कप ओपनर में। ऑस्ट्रेलिया मात्र 85 रन पर 4 विकेट खो चुकी थी कि एंड्रयू सायमंडस ने प्रतियोगिता को प्रभावित करने वाले 143 नाबाद रन बनाये। उसी मैच में उन्होंने मुहम्मद युसूफ  का असम्भव कैच भी लपका था। गौरतलब है कि एंड्रयू सायमंडस एक मात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में नम्बर 5 पर आकर दो 150 प्लस की पारियां खेली हैं। एक 7 दिसम्बर 2005 को वेलिंगटन में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध 156 रन की और दूसरी 12 फरवरी 2006 को सिडनी में श्रीलंका के खिलाफ  वीबी सीरीज के फाइनल में 151 रन की। 21 बार वह एकदिवसीय मैचों में मैन ऑफ  द मैच रहे और चार बार मैन ऑफ द सीरीज़।
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