प्रसिद्ध भारतीय स्पिन चौकड़ी का हिस्सा रहे हैं बिशन सिंह बेदी

बिशन सिंह बेदी का जन्म 25 सितम्बर, 1946 को अमृतसर में हुआ था। वह पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मुख्यत: बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए 1966 से 1979 तक टैस्ट क्रिकेट खेला है और वे प्रसिद्ध भारतीय स्पिन चौकड़ी का भी हिस्सा भी थे। उन्होंने 22 टैस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है। बेदी को हमेशा एक रंगीन पटका पहनने और बेबाकी से क्रिकेट पर अपने विचार रखने के लिए भी जाना जाता है।
घरेलू क्रिकेट में बेदी ने उत्तरी पंजाब के लिए पहली बार तब खेला था जब वह केवल 15 साल के थे। तब उनको क्रिकेट शुरू किये हुए अभी केवल दो साल ही हुए थे। इस खेल के लिए यह बहुत ही कम आयु होती है। 1968-69 में वह दिल्ली की तरफ  से खेलने लगे थे और 1974-75 सत्र में उन्होंने रणजी ट्राफी के लिए रिकार्ड 64 विकेट लिए। बेदी ने कई साल तक नॉर्थम्प्टनशायर का अंग्रेज़ी काऊंटी क्रिकेट में प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने शानदार क्रिकेट कैरियर में  1560 विकेट लिए। 
इनकी गेंदबाजी को शानदार और कलात्मक माना जाता रहा है। वह गेंद को फ्लाइट कराने में बहुत माहिर थे और गेंद को उचित समय तक अपने पास रोकने एवं समय पड़ने पर तेज़ी से आगे बढ़ाने में और स्पिन गेंदबाजी में युक्तिबद्ध बदलाव करने में बहुत कुशल थे। खेलते समय उनकी क्रिया इतनी शांत और संतुलित होती थी कि वह पूरे दिन लय और संतुलन के साथ गेंदबाजी कर सकते थे। यह किसी भी कप्तान के लिए बड़ा गुण होता है। उन्होंने कई सफल टैस्ट शृंखलाएं खेली हैं।
उन्होंने सर्वश्रेष्ठ टैस्ट गेंदबाजी आस्ट्रेलिया के विरुद्ध 7/98 कलकत्ता में 1969-70 में की थी और उनका सर्वश्रेष्ठ मैच 10/194 आंकड़े के साथ भी आस्ट्रेलिया के विरुद्ध ही 1978-79 में पर्थ में था। उनकी सर्वश्रेष्ठ प्रथम श्रेणी की गेंदबाजी 7/5 थी। यह उन्होंने दिल्ली के लिए जम्मू-कश्मीर के विरुद्ध 1974-75 में खेली थी। यद्यपि इनकी बल्लेबाजी उतनी अच्छी नहीं थी फिर भी इन्होंने जिलेट कप सैमीफाइनल में नॉर्थम्प्टनशायर के लिए हैम्पशायर के विरुद्ध अंतिम से पहली गेंद को सीमारेखा के पार पहुंचाया था और इस मैच में दो विकेट से जीत दर्ज की थी। उन्होंने बल्लेबाजी में अपना उच्चतम स्कोर 1976 में टैस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ बनाया था। तब ये पचास रन पर नाबाद रहे थे जो कि टैस्ट स्तर पर इनका मात्र एक ही अर्धशतक है।
बेदी का चयन 1976 में भारतीय कप्तान के रूप में हुआ था, तब उन्होंने मनसूर अली खान पटौदी की जगह ली थी। कप्तान के रूप में टैस्ट क्रिकेट में उनकी पहली जीत पोर्ट ऑफ स्पेन में वैस्टइंडीज के खिलाफ 1976 की शृंखला में मिली थी, जिसमें भारत ने चौथी पारी में तब के लिए रिकार्ड 406 रन बनाये थे। इसके बाद भारत ने गृह खेल में न्यूज़ीलैंड को टैस्ट शृंखला में 2-0 से हराया था। हालांकि इन लगातार सफल टैस्ट शृंखलाओं के बाद भारत को कई शृंखलाओं में हार का मुंह भी देखना पड़ा, जिसमें भारत इंगलैड, आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान से हारने के बाद इनकी जगह सुनील गावस्कर को कप्तान बना दिया गया। 2008 में विज़्डन क्रिकेटर्स एलमेनेक ने बिशन सिंह बेदी का नाम उन पांच सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार किया, जिन्हें विज़्डन क्रिकेटर ऑफ  द इयर के लिए नहीं चुना जा सका था।