मलेरिया से बचाव ज़रूरी

गर्मियों के मौसम में मच्छरों की भरमार बढ़ने से बुखार के मरीज़ों की संख्या में वृद्धि होना चिन्ता का विषय है। पंजाब को 2024 तक मलेरिया मुक्त राज्य घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन मलेरिया पर नियन्त्रण पाना अकेला स्वास्थ्य विभाग का दायित्व नहीं है। मच्छरों के तेज़ी से फैलने का समय शुरू हो गया है, जिससे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस आदि बुखार फैलने का डर रहता है। इसीलिए घरों में पानी के बर्तनों को ढक कर रखना चाहिए। हर सप्ताह खाली करके सुखाना ज़रूरी है। इसी तरह फ्रिज के पीछे की तरफ लगी ट्रे को खाली करके सुखाएं, पक्षियों के पीने वाले पानी की कटोरी को साफ करना ज़रूरी है। बचाव के लिए खड़े पानी के स्रोतों में काला जला हुआ तेल डालना चाहिए ताकि मच्छरों का लार्वा खत्म हो जाए और मच्छरों की पैदावार को रोका जा सके। रात के समय मच्छरदानी या पतली चादर लेनी चाहिए। शरीर पर मच्छरों से बचाव के लिए क्रीम आदि का उपयोग करना चाहिए। हर एक बुखार वाले केस का मलेरिया संबंधी खून का स्लाइड टैस्ट करना तथा प्रभावित क्षेत्रों के भीतर स्प्रे और फागिंग आदि के लिए स्वास्थ्य विभाग से परामर्श करना। इन बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि स्वच्छता रखी जाए। किसी स्थान पर पानी खड़ा न हो। मलेरिया के लक्षण होने पर नज़दीकी अस्पताल और डाक्टर से परामर्श करें।