क्या आप साक्षात्कार देने जा रहे हैं ?

आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है। कहीं भी जाइये, पद से कई गुना ज्यादा भीड़ नजर आ ही जाएगी। भर्ती का तरीका भी अलग-अलग है। कहीं-कहीं सिर्फ साक्षात्कार होता है और उसी के आधार पर चयन होता है तो कई संस्थानों में आवेदकों को चयन की एक लंबी प्रक्रि या से होकर गुजरना पड़ता है। लिखित परीक्षा के बाद सामूहिक चर्चा सत्र और तत्पश्चात साक्षात्कार की अंतिम प्रक्रि या से आप को गुजरना पड़ता है। साक्षात्कार में स्वयं को श्रेष्ठ सिद्ध करना बहुत जरूरी होता है।
कभी आपने गंभीरता से सोचा भी है कि साक्षात्कार में जाने से पूर्व आपको किस तरह से तैयारी करनी है। साक्षात्कार देने जाने से पहले यहां दी जा रही बातों को अमल में लाइये और सफलता की मंजिल की पहली सीढ़ी पर पूरे आत्मविश्वास से अपने कदम रखिये।
साक्षात्कार के लिए निर्धारित स्थान पर समय से पूर्व पहुंचना चाहिए।
वहां पहुंच कर अनजान लोगों से व्यर्थ में बातचीत कर समय गंवाने की गलती न करें।
साक्षात्कार के एक दिन पूर्व बेवजह का जागरण न करें तो आपके लिए ज्यादा अच्छा रहेगा।
जिस पद के लिए आप प्रत्याशी हैं, उसके बारे में पहले ही पूर्ण जानकारी प्राप्त कर 

लें ताकि सवाल जवाब के समय अड़चनें न आए।
सलीके का पहरावा बहुत जरूरी है क्योंकि 
पहरावे से व्यक्तित्व प्रभावित होता है। 
साक्षात्कार में जाने से  पूर्व यह तय कर लें कि आपने संबंधित सभी प्रमाणपत्र रख लिये हैं। प्रमाणपत्रों को सुव्यवस्थित रूप से फाइल में क्र मानुसार लगाएं ताकि साक्षात्कारकर्ता को उन्हें जांचने-परखने में और प्रत्याशी को उन्हें ढूंढने/दिखाने में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
साक्षात्कार कक्ष में प्रवेश से पूर्व अनुमति अवश्य लें। प्रवेश के उपरांत 

शालीनता से अभिवादन करना न भूलें। उसी तरह साक्षात्कार की समाप्ति पर ’धन्यवाद‘ कहकर विदा लें। 
प्रत्याशी को चाहिए कि वह साक्षात्कारकर्ता की पूरी बात ध्यानपूर्वक सुने और तत्पश्चात उत्तर देना शुरू करें।
आप से कोई बात पूछी जाए या किसी संदर्भ पर आपकी टिप्पणी मांगी जाए तो बहुत ही संतुलित टिप्पणी दें।
यदि चयन मंडल में आप किसी सदस्य से परिचित हैं तो भी आपके किसी व्यवहार से प्रकट नहीं होना चाहिए कि वह आपका पूर्व परिचित है।
भूलकर भी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए झूठ का सहारा न लें।
साक्षात्कार के दौरान किसी भी प्रश्न का अंदाजी उत्तर न दें।  (उर्वशी)