गुजरात में पुरानी पैन्शन योजना है बड़ा चुनावी मुद्दा

पुरानी पैन्शन योजना (ओ.पी.एस.) की बहाली की मांग गुजरात में एक प्रमुख चुनावी मुद्दे के रूप में उभर कर सामने आई है। कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी दोनों ने प्रदेश की सत्ता में आने पर इसे लागू करने का वायदा किया है।
कांग्रेस ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जारी अपने घोषणा-पत्र संबंधी कहा है कि हमारा घोषणा पत्र लोगों की आवाज़ को विधिवत् ढंग से दर्शाता है, क्योंकि पार्टी ने एक विस्तृत ज़मीनी स्तर के और ऑनलाइन अभ्यास द्वारा 62 लाख लोगों से विचार-विमर्श लेने के बाद इसे तैयार किया है। हालांकि कांग्रेस प्रत्येक प्रदेश में प्रमुख चुनावी वायदे करती आ रही हैं, गुजरात का घोषणा पत्र अन्य से कहीं आगे निकल गया है। इस घोषणा पत्र में हर किसी को 500 रुपए का एल.पी.जी. सिलेण्डर, प्रत्येक युवक को तीन हज़ार रुपये का मासिक बेरोज़गारी भत्ता तथा कोविड के कारण एक सदस्य को खोने वाले प्रत्येक पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवज़ा देने का वायदा भी किया है। इसके अलावा ़गरीब विद्यार्थियों को 500 रुपये से 20 हज़ार रुपये तक   की स्कालरशिप, तीन लाख रुपये तक की  कृषि ऋण माफी, पुरानी पैन्शन योजना की बहाली, तीन सौ यूनिट मुफ्त बिजली, सभी फसलों के लिए कम से कम समर्थन मूल्य, हर किसी के लिए 10 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा तथा लड़कियों को किंडरगार्टन से  उच्च शिक्षा तक मुफ्त शिक्षा के अलावा कई और वायदे भी किये गये हैं। 
डिम्पल यादव बनाम शिवपाल
समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी उप-चुनाव के लिए अपने प्रचारकों में शिवपाल सिंह यादव के नाम की घोषणा की है। पार्टी ने 10 नवम्बर को घोषणा की थी कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव मैनपुरी संसदीय सीट के लिए उम्मीदवार होंगी, जो उनके पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हो गई थी। समाजवादी पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव द्वारा चुनाव आयोग को भेजी गई प्रचारकों की सूची में 40 नाम हैं, जिनमें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संस्थापक तथा मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव भी शामिल हैं। मैनपुरी उप-चुनाव से अब तक दूरी बना कर रखने वाले शिवपाल क्या अपनी भतीजी-बहू डिम्पल यादव के लिए प्रचार करेंगे? यह प्रश्न आज भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि पिता तथा पुत्र की जोड़ी अर्थात् शिवपाल सिंह यादव तथा आदित्य यादव, डिम्पल यादव के पार्टी के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान अनुपस्थित रहे थे। दिलचस्प बात यह है कि 23 जून को हुये रामपुर तथा आज़मगढ़ लोकसभा उप-चुनावों में समाजवादी पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शिवपाल का नाम गायब था। अखिलेश यादव ने स्टार प्रचारकों में शिवपाल का नाम शामिल करके सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या शिवपाल सिंह यादव अब डिम्पल यादव के लिए प्रचार करते हैं या उप-चुनावों से दूरी बनाये रखते हैं।
कांग्रेस का गुजरात में दांव
कांग्रेस गुजरात में अपनी सत्ता फिर से हासिल करने का प्रयास कर रही है, जहां भाजपा 27 वर्ष से शासन कर रही है। गुजरात, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गृह राज्य भी है, भाजपा, कांग्रेस तथा ‘आप’ में त्रिकोणीय चुनाव मुकाबला देखने के लिए तैयार है। हालांकि नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एन.सी.पी.) ने घोषणा की है कि उनके प्रमुख शरद पवार वरिष्ठ नेताओं के साथ एक से 5 दिसम्बर को होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान का नेतृत्व करेंगे। एन.सी.पी. ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सहित 31 स्टार प्रचारकों की अपनी सूची जारी की है, जिसमें प्रफुल्ल पटेल, महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयन्त पाटिल, महाराष्ट्र के पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार, एन.सी.पी. सांसद सुप्रिया सूले, छगन भुजबल तथा प्रवक्ता क्लाइड करास्तो के अलावा अन्य नेता शामिल हैं। पवार के नेतृत्व वाली एन.सी.पी. कुल 182 सीटों में से तीन सीटें जिसमें आनंद ज़िले की उमरेठ, अहमदाबाद की नरोदा तथा दाहोद ज़िले की देवगढ़ बारिया सीटें शामिल हैं, पर चुनाव लड़ेगी।
बिहार के राजस्व का नुकसान 
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की शराबबंदी के कथित बुरे क्रियान्वयन को लेकर आलोचना हो रही है। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा जानकारी साझा करते हुए लोगों के ध्यान में लाया गया कि प्रदेश को लगभग 15 हज़ार करोड़ से 20 हज़ार करोड़ रुपये प्रति वर्ष राजस्व का नुकसान हो रहा है। उनसे पहले जद (जू) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने भी कहा था कि यह नितीश कुमार सरकार के लिए बड़ी शर्मिंदगी की बात है कि प्रदेश में शराबबंदी कानून का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन नहीं किया जा सका।   उनका यह बयान उस समय आया जब बिहार के मुख्यमंत्री ने शराब के आपूर्तिकर्ताओं पर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया था। इस मध्य राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बयान दिया है कि उपेन्द्र कुशवाहा कथित तौर पर राजग के सम्पर्क में थे। भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने भी ट्वीट करके कहा है कि जद (यू) के कई लोग भाजपा के सम्पर्क में हैं। 
भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 20 नवम्बर को बुरहानपुर ज़िले में दाखिल होते हुये मध्य प्रदेश पहुंचेगी। इस यात्रा ने अब एक विशाल रूप धारण कर लिया है तथा मध्य प्रदेश सातवां प्रदेश होगा, जहां यह यात्रा जन-चेतना जगाएगी। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी दो ज्योतिर्लिंग मंदिरों खंडवा के ओंकारेश्वर तथा उज्जैन के महाकालेश्वर के भी दर्शन करने वाले हैं। हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मुल्लिकार्जुन खड़गे ने नई दिल्ली में पार्टी के ‘वार रूम’ में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की है, जिसके बाद कुछ कांग्रेस सूत्रों ने संकेत दिया है कि चल रही भारत जोड़ो यात्रा में कुछ संशोधन किये जा सकते हैं। यात्रा को लेकर व्यापक तथा बेअंत प्रतिक्रियाएं देखने के बाद पार्टी अब इस बार पश्चिम से पूर्व की ओर, भाव अगले वर्ष गुजरात से पश्चिमी बंगाल तक एक जन-सम्पर्क कार्यक्रम की योजना बना रही है।