सड़ी-गली लाशों को ढूंढने वाला राज आक्रामक कछुआ


वैसे तो ताजे पानी के कछुए आक्रामक नहीं होते। किंतु ताजे पानी में कुछ ऐसे शक्तिशाली कछुए पाए जाते हैं, जो अपने शिकार का पीछा करते हैं और अपने मजबूत जबड़ों से उसे झपट कर पकड़ते हैं। इन कछुओं को आक्रामक कछुए अथवा स्नैपिंग टर्टल्स कहते हैं। आक्रामक कछुओं की अनेक जातियां हैं। इनमें एक जाति प्रमुख हैद्ब्रराज आक्रामक कछुआ। इसे समान्य आक्त्रामक कछुआ भी कहते हैं। राज आक्रामक कछुआ संयुक्त राज्य अमरीका मध्य अमरीका और दक्षिण अमरीका के उत्तरी भागों में पाया जाता है। संयुक्त राज्य अमरीका के पूर्व के आधे भाग में इसकी संख्या अधिक है। राज आक्रामक कछुए को अंग्रेजी में लॉगर हेड स्नैपर कहते हैं। यह अत्यंत उग्र स्वभाव का होता है तथा मानव पर भी आक्रमण कर देता है और उसे बुरी तरह घायल कर देता है। राज आक्रामक कछुए के जबड़े बहुत शक्तिशाली होते हैं।
राज आक्रामक कछुआ ताजे पानी का कछुआ है। यह धीरे बहने वाली नदियों, झीलों तथा कीचड़ वाले तालाबों में रहता है। राज आक्रामक कछुआ अपना अधिक समय पानी के भीतर व्यतीत करता है। यह कम अच्छा तैराक और आलसी कछुआ है। जमीन पर आने के बाद यह उग्र रूप धारण कर लेता है और मानव सहित सभी शत्रुओं पर अपने चाकू जैसे धारदार जबड़ों से आक्रमण तक कर देता है। यह सर्दियों में तल के कीचड़ में अथवा पानी में पड़े किसी पत्थर के नीचे शीतकालीन निद्रा लेता है। 
राज आक्रामक कछुआ मध्यम आकार का कछुआ है। इसका ऊपर का कवच लगभग 38 सेंटीमीटर लंबा और वजन 24 किलोग्राम तक होता है। राज आक्रामक कछुए का रंग हरापन लिए हुए होता है एवं इसके ऊपरी कवच पर काई जमी रहती है, जिससे इसे कॉमाफ्लास मिलता है। इसके नीचे का कवच छोटा होता है एवं इसका रंग सफेदी लिए हुए पीला होता है। इसका शरीर भारी एवं सिर और पैर बड़े होते हैं। यही कारण है कि यह अपनी गर्दन सिर और पैर आदि अंग अपने कवच के भीतर नहीं खींच सकता इसकी पूंछ इसके कवच की लंबाई की आधी के बराबर लंबी होती है एवं इसकी ऊपरी सतह पर शल्कों की एक रेखा सी होती है। राज आक्रामक कछुए के चारों पैरों के कुछ भागों में झिल्लियां होती हैं एवं उंगलियों के सिरों पर मजबूत नाखून होते हैं। इसका नीचे का कवच छोटा होता है एवं पैर लंबे होते हैं। यह भी एक कारण है कि इसके पैर हमेशा कवच के बाहर निकले रहते हैं। राज आक्रामक कछुए के सिर के आगे के भाग में हुक के आकार की, नीचे की ओर मुड़ी हुई चोंच होती है, जो इसे शिकार करने में विशेष सहयोग प्रदान करती है। राज आक्रामक कछुआ सर्वभक्षी कछुआ है। यह ताजे पानी के छोटे-छोटे अरीढ़धारी जीवों एवं मछलियों से लेकर मृत जीवों का सड़ा-गला मांस और जलीय पौधे तक खाता है। 
राज आक्रामक कछुए के अंडे सूर्य और आसपास की सड़ी-गली वनस्पतियों की गर्मी से परिपक्व होते हैं। ये गर्मियों के अंत में फूटते हैं और इनसे बच्चे निकल आते हैं। अंडों से बच्चे निकलने के बाद सीधे पानी की ओर जाने लगते हैं। पक्षियों से भी उन्हें खतरा होता है। पानी में पहुंचकर बड़ी मछलियां भी उनका शिकार करती हैं। राज आक्रामक कछुआ एक विलक्षण कछुआ है। यह सड़ा-गला मांस बहुत पसंद करता है, अत: इसका उपयोग जासूसी खोजी कुत्ते के रूप में भी किया जाता है। पानी के भीतर सड़ी गली लाशों को ढूंढ़ने के लिए आज भी अमरीका में अति आधुनिक उपकरणों के साथ-साथ राज आक्रामक कछुए का उपयोग किया जाता है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर