शेयर मार्किट में बनें सब ब्रोकर, बनाएं मजबूत कॅरियर


अगर आपकी शेयर बाज़ार में रूचि है तो आपको पता होगा कि कैसे कोरोना महामारी के दौरान जब सारे बिजनेस ठप पड़े थे, कारखाने बंद थे, तब भी शेयर बाज़ार दिन दूनी, रात चौगुनी कमाई कर रहा था। मजे की बात यह है कि महामारी खत्म होने के बाद भी शेयर बाज़ार में विकास का माहौल कमजोर नहीं हुआ। लगातार शेयर मार्किट में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ रही है। इससे साफ  पता चलता है कि आने वाले दिनों में शेयर मार्किट का बिजनेस काफी ज्यादा बढ़ेगा। पिछले दो तीन सालों के भीतर देश में करोड़ों की तादाद में नये डिमैट एकाउंट और ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट खुलवाये गये हैं, जिससे साफ पता चलता है कि देश में लगातार शेयर बाज़ार प्रगति कर रहा है। इस प्रगति का अगर आप फायदा लेना चाहते हैं तो सब ब्रोकर बनकर आप अच्छी तरह से इसके लाभ हासिल कर सकते हैं। क्योंकि इस मार्किट में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी का मतलब है कि उन्हें ऐसे लोगों की बड़ी संख्या में जरूरत है जो शेयर बाज़ार को अच्छी तरह से जानते हों और ऐसे लोगों को गाइड कर सकें।
शेयर बाज़ार में सब ब्रोकर आम निवेशकों को निवेश के तौर तरीके सिखाता है और उनके लिए निवेश प्रक्रिया आदि को सम्पन्न कराने का काम भी करता है। यह निवेशकों को सिक्योरिटीज यानी प्रतिभुतियां खरीदने और उनकी बिक्री में मदद करता है। सब ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज का ट्रेडिंग मैंबर नहीं होता, लेकिन वह ग्राहकों को सेवाएं देने में स्टॉक ब्रोकरों की मदद करता है। एक तरह से वह निवेशकों और स्टॉक ब्रोकरों के बीच की कड़ी होता है, जो निवेशकों की तमाम परेशानियां उसके ब्रोकर तक पहुंचने के पहले ही दूर कर देता है। सवाल है इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए हमें क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए?
इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए कम से 12वीं तक पढ़ाई होनी चाहिए। हालांकि आजकल कई ब्रोकर अपने सब ब्रोकर के लिए कम से कम स्नातक डिग्री पसंद करते हैं। हालांकि इससे भी ज्यादा जरूरी यह है कि आपको वित्तीय बाज़ार की जानकारी हो। इसके लिए कई सर्टिफिकेट कोर्स किये जा सकते हैं मसलन- एनसीएफएम वास्तव में यह एनएसई सर्टिफिकेशन इन फाइनेंशियल  मार्किट का सर्टिफिकेट कोर्स है। इसी तरीके से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बीएसई सर्टिफिकेशन ऑन सिक्योरिटीज मार्किट भी है तथा एनआईएसएन कोर्स के जरिये भी आप शेयर बाज़ार के लिए सब ब्रोकर बनने की योग्यता पा जाते हैं।
इसके अलावा शेयर बाज़ार में शेयर ब्रोकर बनने के लिए आपके पास कुछ दास्तावेज होने चाहिए। मसलन- पैन कार्ड, आधार कार्ड और एजुकेशन प्रुफ। आपके इन दस्तावेजों में आपके निवास और कार्ययालय के पते का प्रमाण भी होना चाहिए और सीए के रिफ्रेंस लेटर की भी जरूरत पड़ती है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर कुछ और दस्तावेज भी मांगे जा सकते हैं, जो आमतौर पर हर किसी के पास होते हैं। सवाल है इस क्षेत्र में बुद्धिमान तरीके से कैसे आगे बढ़ें? हालांकि शेयर बाज़ार के लिए कोई स्थायी और एक्सक्लूसिव नियम अथवा फार्मूला नहीं होता, जिसकी बदौलत हम शेयर बाज़ार में अपनी कामयाबी हासिल कर सके, लेकिन काम करते-करते ऐसा अनुभव हो जाता है जिससे हम यह जान जाते हैं कि कौन सी सिक्योरिटीज़ बेचने में फायदा है और कौन सी नहीं। जानकार कहते हैं कभी भी ऐसा कुछ नहीं बेचना चाहिए, जिसे बेचने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़े यानी उसे कोई खरीदने के लिए ही तैयार न हो। मगर यह समझ रातोंरात नहीं आती, अनुभव से और शेयर बाज़ार में निरंतर की जाने वाली रिसर्च से आती है।
आपको एक सब ब्रोकर के तौर पर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके ब्रोकर के पास अच्छी ब्रांड की इक्विटी  और रिकॉल वैल्यू होनी चाहिए। तभी आपसे नये ग्राहक बनते हैं। सब ब्रोकर बनने के लिए आपको ब्रोकर्स के पास कुछ शुल्क जमा करना होता है और जीएसटी के साथ सेबी में रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। इसके अलावा आईसीआईसी सिक्योरिटीज़, एचडीएफसी सिक्योरिटीज़, एक्ससेज सिक्योरिटीज़ और एंजेल ब्रोकिंग जैसे ब्रोकर आपको सब ब्रोकरशिप, बिजनेस, अप्रोचयूनिटी मुहैय्या कराते हैं। जिन्हें आप हाज़िर कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास अपना ऑफिस होना चाहिए, जिसमें कम्प्यूटर, डेस्कटॉप जैसी सुविधाएं हों और हां, आपके ऑफिस में तेज़ और विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन भी हो। अगर आपके पास कम से कम छह से आठ महीने किसी ब्रोकर के साथ असिस्टेंट के रूप में काम करने का अनुभव न हो तो पहले इस तरह के अनुभव लेने के फायदे होते हैं।-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर