मुस्कान जी के बहाने 

एक थी मुस्की रानी। उनकी मुस्कान देखकर लोग घायल हो जाते थे। इस तरह करोड़ों दिलों पर राज करती थीं, मुस्की रानी। मुस्की रानी के हुस्न के जादू से पूरा शहर हलकान और परेशान था। वो यूँ तो सबको देखकर बिना वजह मुस्कुराती थी लेकिन जब लड़के उनको देखकर मुस्कुराने लगते। तो वो नज़र फेर लेती थी। इस नफरत और प्रेम के कॉकटेल का नशा ही कुछ और था। जो लड़कों के सिर पर चढ़कर बोलता था। जैसे ही उनको पता चलता कि सामने वाला लड़का उनको देखकर मुस्कुरा रहा। तो वो मुस्कुराने की फिरकी लेना एकदम से बंद कर देतीं।  और बंदा एक दम से बोल्ड हो जाता। उनकी मुस्कुराहट सिर्फ और सिर्फ अपने पति के लिए थी लेकिन जब वो अपने मुस्कुराहट की फिरकी से अपने पति को बोल्ड करना चाहतीं। तो पति जी अटेंशन की मुद्रा में आ जाते। वो लाख योरकर डालती। लाख दूसरा फेंकती पति पर कोई असर नहीं पड़ता। और वो क्रिकेट की पिच पर लगातार बैटिंग करते रहते। मुस्की जी शहर के और लोगों को तो अपनी गुगली से क्लीन बोल्ड कर देतीं थी लेकिन अपने पति का विकेट वो नहीं ले पा रही थी। उन्होंने सारे प्रयास करके देख लिए। धीर-धीरे ये बात पूरे मुहल्ले से होते हुए शहर के हर हिस्से में फैल गई। 
जिस मुस्की जी की मुस्कान के पीछे सारा शहर डोल जाता था। जिनके चित्तवन की एक झलक पाकर लोग पागल हो जाते थे। उस मुस्की जी के यौवन और चित्तवन से उनके पति को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। चाय की टपरियों, गली-मुहल्लों के चौक-चौपालों पर केवल और केवल इसी बात की चर्चा हो रही थी। मुस्की जी के पति के बारे में लोग संभावनाएं तलाश रहे थे कि हो ना हो उनका पति नामर्द है। दूसरी चर्चा ये थी। कि लोग उनको समलैंगिक मान रहे थे। कौन ऐसा पति होगा। जो इतनी सुंदर और चंचल पत्नी के रहते उसको ना देखे। ना कुछ कहे। बहुत से लोग तो ये भी कयास लगाते कि अगर ऐसा नहीं है। मतलब अगर उनके पति समलैंगिक नहीं हैं। तो ज़रूर किसी ना किसी से उनका चक्कर चल रहा है लेकिन चक्कर किससे चल रहा है। ये भी चौपाल और टपरी वाले लोग के लिए शोध का विषय था। ये लोग उस शख्स को तलाश रहे थे। इस तलाशने में भी बहुत सी संभावनाएं जुड़ी हुई थीं। जैसे वो महिला, मुस्की जी के पति के दफ्तर में ही काम करती होगी। मान लो अगर ऐसा है। तो ज़रूर उस नौ-यौवना की मुस्कुराहट, चाल और चित्तवन मुस्की जी से बेहतर होगी। 
नौयौवना का इतिहास भूगोल सब मुस्की जी से सुंदर होगा लेकिन आजतक किसी ने उस नौ यौवना को नहीं देखा था। लिहाजा, सारा शहर, गांव, मोहल्ला उस नौ यौवना की तलाश में लगा था। शहर में अदृश्य विज्ञापन हर जगह फैली था कि आखिर वो नौ यौवना कौन है। जिसका कि मुस्की जी के पति के साथ चक्कर चल रहा है। इधर मुस्की जी परेशान हैं कि अगर उस नौ यौवना का (मान लो सचमुच में अगर उसका अस्तित्व है)। तो अब मुस्की जी का क्या होगा। क्या उनकी भी रेटिंग, वैजंती माला, जीनत अमान, परवीन बॉबी, ऐश्वर्या रॉय, लारा दत्ता, बिपाशा बसु की तरह गिर जाएगी। या उसका करियर खुशी मुखर्जी, की तरह ग्रो करेगा। 

-मेघदूत मार्केट फुसरो, 
बोकारो झारखंड, पिन 829144 

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