ब्रिटिश शासकों की तरह बर्ताव न करें: स्पेशल इंटेंसिफाइड रिवीजन पर ममता ने केंद्र की आलोचना की
कोलकाता, 2 दिसंबर (PTI) - पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिफाइड रिवीजन (SIR) को लेकर BJP की केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने केंद्र पर अपने राज्य को निर्देश देकर ब्रिटिश शासकों की तरह बर्ताव करने का आरोप लगाया और कसम खाई कि उनकी सरकार न तो डिटेंशन कैंप की इजाज़त देगी और न ही सांप्रदायिक राजनीति में शामिल होगी।
ममता बनर्जी राज्य सचिवालय, नबन्ना में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं, जिसमें उन्होंने पिछले साढ़े 14 सालों में अपनी सरकार के कामों को गिनाया। उन्होंने दावा किया कि SIR प्रोसेस BJP के कहने पर "अपना वोट बैंक बचाने" के लिए शुरू किया गया था। बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र चुनावी सुधारों के बहाने "राज्यों को परेशान" करने की कोशिश कर रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं बंगाल में डिटेंशन कैंप नहीं चलाती। हम लोगों को टॉर्चर नहीं करते। हम दूसरों को परेशान नहीं करते, केंद्र राज्यों को क्यों परेशान कर रहा है?" बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को ब्रिटिश शासकों की तरह काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं केंद्र से कहना चाहती हूं कि ब्रिटिश शासकों की तरह व्यवहार न करें और हम पर कुछ भी थोपें नहीं। अगर आपको कुछ कहना है, तो सीधे राज्य को बताएं। हम संविधान के प्रति समर्पित हैं," उन्होंने आगे कहा, "मैं कम्युनल पॉलिटिक्स नहीं करती। मैं सेक्युलर पॉलिटिक्स करती हूं। मेरे लिए सभी धर्म एक जैसे हैं।" यह कमेंट ऐसे समय में आया है जब स्पेशल इंटेंसिटी अमेंडमेंट (SIR) को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तापमान तेजी से बढ़ गया है, और BJP और तृणमूल कांग्रेस के बीच तीखी लड़ाई चल रही है।

