डलास में शेरीन मैथ्यू की याद में बैंच का उद्घाटन 

ह्यूस्टन, 31 दिसम्बर (भाषा) : भारतीय बच्ची शेरीन मैथ्यू की याद में डलास में  रेस्टलैंड फ्युनरल होम एंड सेमेटरी का उद्घाटन किया गया। शेरीन मैथ्यू कई दिनों से लापता चल रही थी और उसका शव एक पुलिया में मिला था। शेरीन की याद में बने समाधि स्थल के एक हिस्से में ग्रेनाइट की एक बेंच स्थापित की गई है जिस पर तीन वर्षीय बच्ची का नाम अंकित है और साथ स्मृति लेख लिखे हैं। स्मृति लेख में लिखा है :  एक जीवन जिसने दूसरों के दिलों को छुआ, वो हमेशा के लिए हमें छोड़कर चला गया। बेहद ठंड के बावजूद कल बड़ी तादाद में समुदाय के सदस्य शेरीन के इस छोटे से जीवन के सम्मान में आये थे। एक घंटा के इस शोक सम्मेलन में एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं था जिसकी आंखें नम नहीं हुई थीं। आयोजकों ने नन्ही मुस्कुराती शेरीन का एक यादगार वीडियो भी बनाया। बाद में सदस्य बेंच तक गये और उसे श्रद्धांजलि दी। शेरीन को अंतिम श्रद्धांजलि के तौर पर कबूतरों को उड़ाया गया और दान करने के लिये कुछ खिलौने भी एकत्रित किये गये। अपने आंसुओं को पोंछते हुए स्मारक की आयोजक शैरी ब्लॉक ने कहा, वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगी और एक बच्ची के लिये जगह उपलब्ध कराना वाकई में बहुत मायने रखता है। अब से पहले हममें से कई लोग उसे नहीं जानते थे लेकिन उसकी दर्दनाक मौत के बाद जो लोग भी शेरीन के लिये शोकाकुल हैं उन्हें अपने दुख को व्यक्त करने के लिये एक स्थान की आवश्यकता थी। ग्रेनाइट की यह बेंच रिचर्डसन के रहने वाले यूजीन चैम्पेग्ने ने दान की है। इसे उन्होंने जुए में जीता था। चैम्पेग्ने ने कहा, मैंने इसे एक मकसद के लिये जीता। मैं नहीं चाहता था कि उसे हमेशा के लिये भुला दिया जाये। यह समुदाय हर किसी का ख्याल रखता है खासकर जिस तरह से उसने हमारे दिलों को जीता। इसलिए आज हम उसके सम्मान में यहां आये हैं उसे सबसे पहले सम्मान मिलना चाहिए। शेरीन के पिता वेस्ली (37) पर बच्ची को प्रताड़ित करने का आरोप है और उसकी मां सिनी (35) को बच्ची को नुकसान पहुंचाने के आरोप में बाद में गिरफ्तार भी किया गया। भारतीय मूल के अमेरिकी दंपति की चार वर्षीय जैविक बेटी भी है और शेरीन को उन्होंने गोद लिया था। बहरहाल डलास के चिकित्सा जांचकर्ता के कार्यालय ने अब तक बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को जारी नहीं किया है।