मुस्लिम महिलाएं अकेले भी कर सकेंगी हज की यात्रा

नई दिल्ली, 31 दिसम्बर (उपमा डागा पारथ): तीन तलाक के खिलाफ लोकसभा में प्रस्ताव पारित होने से दो दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हज की यात्रा में मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में आवाज़ उठाते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाएं अब बिना पुरुषों के भी हज की यात्रा पर जा सकती हैं। वर्ष 2017 की अंतिम ‘मन की बात’ में लोगोें को सम्बोधित करते हुए यह ऐलान किया। 2019 के लोकसभा चुनावों से पूर्व मुस्लिम महिलाओं की हिमायत में आए तीन तलाक व हज यात्रा के लिए इन बयानों की सियासी अहमियत को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि अभी तक हज यात्रा पर जाने के लिए कई मुस्लिम महिलाओं को अकेले जाने की अनुमति नहीं थी। अकेली महिला को हज पर जाने के लिए एक महरम की ज़रूरत होती है। महरम उस शख्स को कहते हैं जिससे महिला का विवाह नहीं हो सकता, जैसे कि पिता, सगा भाई, पुत्र, पौत्र अथवा नातिन। अब नई हज नीति के तहत 45 वर्ष की आयु पार कर चुकीं चार या उससे अधिक मुस्लिम महिलाएं बिना महरम से भी अकेली हज यात्रा पर जा सकती हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अकेली महिलाओं को हज करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें हज के लिए जाने वाली लाटरी सिस्टम से बाहर रखा जाएगा। यह ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कहा कि कई मुस्लिम देशों में भी यह परम्परा नहीं है परंतु आज़ादी के 70 वर्ष बाद भी ऐसी पाबंदियां हमारे लोगों द्वारा ही लगाई गई हैं।शहर को स्वच्छ रैंकिंग में लाने की करें कोशिश : प्रधानमंत्री ने 4 जनवरी 2018 से 10 मार्च 2018 तक होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग लेने के लिए देशवासियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सभी देशवासी अपने-अपने शहर को स्वच्छ रैंकिंग में लाने की कोशिश करें। यह सर्वेक्षण 4 हज़ार से अधिक शहरों में लगभग 40 करोड़ की आबादी में किया जाएगा।गणतंत्र दिवस पर 10 आसियान देशों के नेता होंगे मुख्य मेहमान : प्रधानमंत्री ने 2018 के गणतंत्र दिवस को विशेष करार देते हुए कहा कि इस बार 26 जनवरी पर एक नहीं बल्कि 10 मुख्य मेहमान होंगे। आसियान देशों के सभी 10 नेता भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य मेहमान के रूप में शिरकत करेंगे।