हौंद चिल्लड़ में 32 सिखों को विशेष समागम में दी श्रद्धांजलि

कुरुक्षेत्र/रेवाड़ी, 1 जनवरी (जसबीर दुग्गल) : गुरुग्राम, पटौदी, फरीदाबाद और हौंद चिल्लड़ तालमेल कमेटी द्वारा महान गुरमत समागम रेवाड़ी जिला के गांव हौंद चिल्लड़ में कराया गया। समागम में 2 नवंबर 1984 के सिख नरसंहार का शिकार हुए 32 सिखों को श्रद्धांजलि दी गई। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौत के तुरंत बाद हौंद चिल्लड़ में 4 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के वृद्ध समेत 32 सिखों को उपद्रवियों द्वारा जिंदा जला दिया गया था। घटना का शिकार होने वालों में 31 घरों के लोग शामिल थे, जबकि एक भारतीय फौजी जवान इंदरजीत सिंह (जो ट्रेन से उतर कर इस गांव में शरण लेने के लिए पहुंचा था) को भी उपद्रवियों ने फौजी वर्दी पहने होने के बावजूद मौत के घात उतार दिया था। हरियाणा सरकार द्वारा गठित टीपी गर्ग जांच कमीशन ने 5 साल की लंबी जांच प्रक्रिया के बाद पीड़ितों की गवाही के आधार पर 22.6 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश सरकार ने मंजूर की थी, जो प्रभावित लोगों को मिल चुकी है। जस्टिस गर्ग ने अपनी 200 पृष्ठों की रिपोर्ट में 4 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिफारिश भी की थी। करीब 4 घंटे तक चले इस गुरमत समागम में हरियाणा सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे असंध के विधायक बख्शीश सिंह विर्क ने इतिहास के हवाले से कहा कि सिखों के साथ सदैव ही सत्ता पक्ष द्वारा अन्याय किया जाता है। उस समय भी केंद्र में कांग्रेस सरकार ने सोची-समझी साजिश के तहत सिख नरसंहार करवाया। विर्क ने संगत को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सारी स्थिति और घटना से अवगत कराने के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ अवश्य कार्रवाई करवाएंगे। गांव चिल्लड़ के सरपंच किशोर कुमार ने भाव विभोर होते हुए कहा कि उनके गांव में मानवता का हनन हुआ है, जिसके लिए वे शर्मिदा हैं और माफी मांगते हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने और मृतकों की यादगार बनाने में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। हौंद चिल्लड़ तालमेल कमेटी के प्रधान मनविंदर सिंह ग्यासपुरा और भाई दर्शन सिंह घोलिया ने इस मामले में पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय में चल रही कार्रवाई से संगत को अवगत कराया। उन्होंने घोषणा की कि जब तक पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलता, यह कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने पीड़ित परिवारों से विचार विमर्श के बाद जयकारों के बीच संगत में ऐलान किया कि वे हौंद चिल्लड़ में एक यादगार बनाएंगे। उन्होंने पीड़ित परिवारों और घटना की गवाही देने वालों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के मैंबर परमजीत सिंह चंडोक, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के मैंबर जत्थेदार भूपेंद्र सिंह असंध, हरियाणा प्रदेश के उपप्रधान अरविंद यादव और ओंकार सिंह फरीदाबाद ने भी संगत को संबोधित किया। इस अवसर पर बापू उत्तम सिंह, हरबंस सिंह चेन्नई, हरभजन सिंह, सुरजीत सिंह, प्रेम सिंह, गुरजीत सिंह पटौदी, ज्ञानी ज्ञान सिंह कथावाचक, संतोख सिंह साहनी, गुरप्रसाद सिंह, सरूप सिंह नंबरदार, भीम सिंह धनौरा, कुलवंत सिंह और किशोर कुमार रेवाड़ी सहित भारी गिनती में संगत मौजूद रही।