फैसले के विरोध में कर्मियों द्वारा करो या मरो का निर्णय

बठिंडा,  4 जनवरी (जगवंत बांसल) : पंजाब सरकार के बठिंडा थर्मल के चारों यूनिट व रोपड़ थर्मल के दो यूनिट को पक्के तौर पर बंद करने के फैसले के विरुद्ध कठोर रोष प्रदर्शन करते हुए वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल को आड़े हाथों लेते हुए संगठनों तीव्र रोष प्रगट किया। कर्मियों ने अपने बच्चों व परिवार को शामिल कर के  सार्वजनिक हमदर्दी बनने के लिए लहर शुरू कर संघर्ष दिन-प्रतिदिन तेज़ करना शुरू कर दिया है। लगातार तीसरे दिन थर्मल के सैकड़ों कर्मियों ने पंजाब सरकार के विरुद्ध तीखा रोष प्रदर्शन करते हुए वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को निशाना बनाते हुए कहा कि सभी कर्मियों द्वारा सरकारी थर्मलों के अस्तित्व को बचाने के लिए तीव्र से तीव्र संघर्ष करने निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि थर्मल उनके रोजगार का मुख्य साधन है, जिसमें वे 20 से 25 वर्ष तथा कई 30-40 वर्षों से कार्य कर रहे अब जब उसको ही समाप्त कर दिया जाएगा तो उनका भी कोई बेरोज़गार हो जाएंगे। अब तो वे चाहे कुछ भी जीवन के अंतिम सांस तक वे सरकार के इस फैसले के विरुद्ध रोष प्रदर्शन जारी रखेंगे। जिस की शुरुआत 1 जनवरी, 2018 से के डिप्टी कमिश्नर बठिंडा के कार्यालय के समक्ष में पक्के  तौर पर धरना लगाया दिया गया है। इस अवसर पर संगठन के प्रतिनिधि गुरसेवक सिंह संधू सहित अन्य नेताओं ने कहा कि जिस प्रकार उनके साथ वित्त मंत्री और कांग्रेस सरकार ने झूठे वायदे करके मतदान में उनकी हिमायत प्राप्त किया है, परंतु अब वह अपने वायदों से मुकर गए हैं और गत अकाली भाजपा सरकार की बोली बोलने लगे हैं, जिस की क्षतिपूर्ति कांग्रेसियों को हर चुनाव में भुगतना पड़ेगा। इस मौके ठेका कामगारों की जत्थेबंदी के कनवीनर राजिंदर सिंह ढिल्लों ने भी ऐलान किया कि थर्मल, रोज़गार को बचाने के लिए वायदे से मुकरे एमएलए और प्रांत के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का हर जगह विरोध किया जाएगा। जिसके लिए ही उन्होंने पक्का मोर्चा लगाया है। इसके अलावा अब ठेका कर्मी के परिवारों और बच्चों ने बस-स्टैंड से महीना चुभौ बीच मुहल्ले अंदर जागो भी निकालनी शुरू कर दीं हैं, जिससे वित्त मंत्री के झूठे बहानों को यज्ञ ज़ाहिर किया जा सके। आज भी पंडाल में बच्चों और जत्थेबंदियों की पूरी हाज़िरी ने सरकार विरोधी नारेबाज़ी जारी रखी जिसमें थर्मल मुलाजिमों उनके पारिवारिक सदस्यों, थर्मल और पावरकाम-ट्रांस के रेगुलर मुलाजिमों, अध्यापकों, मज़दूरों, नौजवानों और विद्यार्थियों ने शामिल होकर नेता अश्वनी कुमार, विजय कुमार, गुरविंदर सिंह पन्नू ने इस संघर्ष को सच्चा इकरार देते कहा कि कांग्रेस सरकार ने लोगों और मुलाजिमों के साथ धोखा किया है, जिसका खुलासा थर्मल के नये पुराने इंजीनियरों द्वारा दलीलें देकर सरकार क ी कूटनीति को बेनकाब किया। यहां बताने योग्या है कि यह धरना अब लोगों के लिए हमदर्दी भी हासिल करने लगा है। इस मौके पर पुलिस की तरफ  से भी किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं।