विवाह से पहले फोटो शूट का बढ़ता रुझान

तस्वीरें और मानवीय ज़िन्दगी का शुरू से ही गहरा संबंध रहा है। तस्वीरें ज़िन्दगी के हसीन पलों को सम्भाल कर रखती हैं और खूबसूरत यादों को ताज़ा करती हैं। पुराने समय में तस्वीरें हाथ से बनाई जाती थीं। फिर कैमरे की आमद से ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों की शुरुआत हुई और फिर समय के साथ तस्वीरें रंगीन हुईं। इसी दौरान कम्प्यूटर और तकनीकी युग की शुरुआत होने के साथ तस्वीरें डिजीटल हुईं। लेकिन मोबाइल फोन की आमद ने फोटोग्राफी के कार्य को बड़ा नुक्सान पहुंचाया। इसी समय के दौरान ही जब फोटोग्राफी का व्यवसाय खत्म होने की कगार पर जा रहा था तो फोटोग्राफरों ने इसे बचाने के लिए और अपने काम को समयानुसार बनाने के लिए एच.डी. फोटोग्राफी को अपना लिया। इससे मन को आकर्षित कर लेने वाली तस्वीरों ने लोगों को अपनी ओर खींचा। इसी बीच ही ‘प्री-वैंडिग’ अर्थात् विवाह से पहले वीडियो फिल्मांकन और फोटो शूट की शुरुआत हुई है। यह रुझान पूरे देश में विशेष तौर पर पंजाब में तेजी के साथ बढ़ रहा है। अब जब भी कोई व्यक्ति अपने बेटा-बेटी की शादी के लिए किसी फोटोग्राफर को बुक करने के लिए जाता है तो उन फोटोग्राफरों की ओर से पहले ही यह पूछा जाता है कि उन्होंने विवाह का प्री-वैडिंग वीडियो फिल्मांकन या फोटो शूट करना है। फोटोग्राफरों ने इसके लिए विशेष तौर पर लोकेशनें (वह खास स्थान जहां फोटोशूट या फिल्मांकन करना) ढूंढ कर रखी होती है। कई बार ज़रूरत के अनुसार या संबंधित विवाह वालों की मज़र्ी के अनुसार बजट के हिसाब से भी सैट लगाए जाते हैं। यह काम पूरी तरह फिल्मी अंदाज़ में होता है। फोटोग्राफर विवाह के कुछ दिन पहले लड़के और लड़की वालों की सहमति से विवाह वाले दम्पति को खास चुने हुए स्थानों पर लेकर जाते हैं और वहां फिल्मों की तरह ही उन पर मीठे रोमांटिक किस्म के गीतों का फिल्मांकन किया जाता है। इसी के साथ ही फोटो शूट भी होता है जिसमें विवाह वाले लड़के और लड़की के कई दिलकश दृश्यों वाले फोटो खींचे जाते हैं। फोटोग्राफरों की ओर से गीतों और लोकेशनों के हिसाब से संबंधित पार्टी से पैसे लिए जाते हैं। जब शादी का दिन होता है तो विवाह वाले लड़के/लड़की की खींची गईं यह विभिन्न दृश्यों वाली तस्वीरें मैरिज पैलेसों के गेट से ही दिखाई देती हैं। मैरिज पैलेस के पूरे आंगन में इनको बड़े प्रिंटों के रूप में सजाया जाता है। आगे स्टेज पर और एक-दो अन्य स्थानों पर लगाई गई बड़ी स्क्रीनों पर प्री-वैडिंग की शानदार वीडियोज़ सारा दिन चलाई जाती है। यह सब कुछ किसी फिल्म से कम नहीं होता क्योंकि शानदार दृश्यों को और अधिक अच्छा साबित करने के लिए इन वीडियोज़ की विशेष तौर पर मिक्सिंग और कलर प्रोसैसिंग भी करवाई जाती है। यह सब कुछ एक शानदार नज़ारा पेश करता है। इसके बाद विवाह वाले जोड़े और फोटोग्राफरों की ओर से इसको सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जाता है। बहु-संख्या में जहां लोगों की ओर से इसकी प्रशंसा की जाती है वहीं कुछ लोग इसको गलत करार दे रहे हैं। लेकिन सच यही है कि यह रुझान तेजी से बढ़ रहा है। धनवान लोग इस काम पर पैसा खर्च करने से गुरेज़ नहीं कर रहे। *