जल्द ही रोबोट संभालेंगे रसोई

रसोई घर का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है और खाना पकाना आम जीवन का सबसे आम काम है। भोजन तैयार करने के पारंपरिक तौर-तरीकों में लगातार बदलाव देखे गये हैं, लकड़ी से किरासन और उसके बाद बिजली और गैस चूल्हे इसके गवाह हैं तो मिट्टी के बर्तन-भांडे से लेकर ओवन और कुकर तक भी । यह बदलाव भविष्य में और तेज होगा, वर्तमान प्रगति, नये अनुसंधान और चल रहे गहन शोधों की दिशा यह बताती है कि महज दो दशकों में खाना बनाने की तकनीक तथा तौर-तरीकों में वृहत्तर और व्यापक बदलाव शुरू हो जायेंगे जो पारंपरिक और वर्तमान तरीकों से बिल्कुल अलग होंगे। इस सिलसिले में कई प्रयोग आरंभ भी हो चुके हैं, नयी पीढ़ी के बहुत से उपकरण उपस्कर तैयार हो चुके हैं हालांकि वे प्रायोगिक अवस्था में हैं और उम्मीद है कि इसी दशक में उनका बाजार में उतरना और आम हो जाना शुरू भी हो जायेगा। कितना नमक मिर्च मसाला डालना है, खाना बनाने से पहले सामग्री किस तरह तैयार करनी है इसे बनाने या मात्रा तय करने के लिये भविष्य में बहुतेरे उपकरण रसोईघर में मौजूद होंगे। गामा शेफ  और निम्बल सरीखे खाना पकाने वाले रोबोट बन चुके हैं जो सामान्य खाने, कुछ पेय पदार्थ तथा किचन के बहुत सारे काम कर सकते हैं।थ्रीडी प्रिंटर के जरिये खाना तैयार करने वाले थ्री प्रिंटर भी बनाये जा चुके हैं। भविष्य में आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और सेंसर टेक्नोलॉजी जैसी प्रविधियां एक साथ जुड़कर खाना पकाने के क्षेत्र में क्रांति कथा लिखने वाली हैं। जिसको बांचने के लिये जरूरी नहीं कि प्रशिक्षित शेफ  ही हों ये आम घरों में भी काम आयेंगी। किचन थर्मामीटर बताता है कि आपका खाना कितना गर्म या ठंडा है, यह खाने लायक है भी या नहीं, क्या आइसक्रीम अपने स्तर के मुताबिक ठंडी है या फिर जलेबियां सभी मायने में मजा देने के लिये गर्म हैं। यह किचन थर्मामीटर तय कर देगा। वाई फाई कनेक्शन बता देगा कि जब तक आप ऑफिस से घर पहुंचेंगे आपका खाना तैयार मिलेगा कि नहीं। ब्लूटूथ से जुड़े कांटे चम्मच आपको अवगत करा देंगे कि उसके अगले सिरे से संबद्ध जो चीज आपके मुंह में जाने वाली है वह क्या है, कितनी मात्रा में है, आपके लिये सेहतकर है भी कि नहीं। ये सारी चीजें आज भी बाजार में मौजूद हैं यहां तक कि खाना पकाने वाला रोबोट भी पर निस्संदेह अभी वह बहुत सामान्य किचन कार्य में दक्ष है।भविष्य में जब खानपान के तौर-तरीकों और खाद्य सामग्रियों में बदलाव आयेगा, लोगों के पास खाना पकाने के लिए समय कम होगा, इसका पारंपरिक ज्ञान न्यून होगा तब खाना पकाना इसके लिये खासतौर से बनी मशीनों के जिम्मे ही छोड़ दिया जायेगा। इसके लिये भविष्य के जो रोबोट तैयार किये जा रहे हैं वह फिलहाल के रोबोशेफ  से कई गुना अधिक कार्यकुशल और विशिष्ट होने जा रहे हैं। यह रोबोट महज सहायक नहीं होगा बल्कि पूर्णतया एक दक्ष और अनुभवी रसोइये से कहीं बहुत ज्यादा कुशलता और सटीकता से काम करेगा। यह कई तरह के किचन उपकरणों, फूड प्रोसेसरों का एक समुच्चय होगा। इसे बस आदेश देना ही पर्याप्त होगा।
क्या खाना है, क्या बनना है। इसके समाधान के लिये लाखों रेसिपी खाना पकाने वाले इस रोबोट के साथ ही मौजूद होंगी। दादी मां के द्वारा प्रदत्त या कहीं से नोट की गई पाक विधि का कोई महत्व नहीं होगा यहां तक कि रेसिपी बुक का भी कोई काम नहीं रह जायेगा। हां, तय रेसिपी को खाना बनाने का आदेश देने वाला अथवा खाना खाने वाला अपने स्तर पर बदलाव जरूर कर सकता है। खाने की पाक विधि नियत करने के साथ ही यह स्पष्ट हो जायेगा कि इसके मुताबिक बनने वाला भोजन अथवा व्यंजन कितनी कैलोरी का बनने जा रहा है और इसके किन घटकों को कैसे कम या ज्यादा करके नियंत्रित किया जा सकता है। पहले आप अपने बारे में कुछ जरूरी सूचनायें डालेंगे, जैसी खाने के बारे में अपनी पसंदगी नापसंदगी फिर यह कि क्या सेल फिश या मूंगफली अथवा किसी चीज से एलर्जी तो नहीं या फिर कोई चीज आपको मना किया गया है अथवा धार्मिक तौरपर जो कुछ आप नहीं खाते। अपने रोगों, बीमारियों और शारीरिक अवस्था के विवरण भरेंगे। तथा डीएनए सैम्पल भी देंगे। अपनी भौगोलिक स्थिति, भोजन शैली तथा रेस इत्यादि की जानकारी भी मुहैय्या करायेंगे। डीएनए सैंपल के आधार पर यह रोबोट न्यूट्रीशनल प्रोफाइल तय करेगा आपकी फूड और जेनेटिक प्रोफाइल भी बनायेगा।इसके बाद अपने पास मौजूद सब्जियों, मांस अथवा दूसरी भोज्य सामग्री, मसालों और दूसरे घटकों का विवरण भरेंगे। अपनी भोज्य शैली की प्राथमिकताओं को भी तय करेंगे जैसे कंटीनेंटल, चायनीज अथवा कम पका हुआ, भाप में पका, शोरबेदार अथवा सूखा, अधिक मीठा, ज्यादा तीखा, चरचरा या कोई और, ऊपर से पड़ने वाले सजावटी सामग्री अथवा गार्निश का चयन भी कर सकते हैं। अमूमन इनमें से बहुत सारे विवरण स्थाई तौरपर होंगे तथापि समय-समय पर कुछ में ही आंशिक फेरबदल करेंगे। खाना बनाने वाला रोबोट आपकी जेनेटिकल प्रोफाइल भी चेक करेगा और फिटनेस ट्रेकर से भी आंकड़े इकट्ठे करेगा। इंटरनेट से जुड़े फ्रिज के आंकड़ों से वह जान जायेगा कि फ्रिज में कितनी मात्रा में क्या कुछ मौजूद है। अगर नहीं है तो वह आपके स्मार्टफोन के रजिस्टर्ड नंबर से दुकान को आदेश दे देगा। अब जब भी समयानुसार लंच, नाश्ते या डिनर का आदेश आप करेंगे तो आपके विवरणों के अनुसार सैकड़ों व्यंजनों का विकल्प आपके सामने पेश हो जायेगा। आप चाहे तो रोबोशेफ  से उचित दस का सुझाव मांग कर विकल्प को सीमित भी कर सकते हैं। फिर आप उनमें से जिसका चयन करेंगे उसकी सामग्री में फेर बदल कर चाहें तो नयी पाक विधि बना लें और नहीं तो जस का तस रखते हुये बस रोबोशेफ  को आदेश दे दें नयी रोबो शेफ  आपके लिए उपयुक्त व्यंजन तैयार कर देगा।यह रोबोट पिछले कई दिनों से आप क्या खा रहे हैं इसका विवरण रखेगा और दुहराव से बचाते हुये लंच अथवा डिनर के विकल्प सुझायेगा। सुबह की सैर या जॉगिंग से आने के बाद ग्लूकोज स्तर अथवा लौह तत्वों की कमी आंक कर नाश्ते में उसके पोषण का विकल्प बतायेगा। बर्तनों, ताप को जानेगा, किसी चीज को जलने नहीं देगा। यह न सिर्फ  आपके लिये खाना तैयार करेगा बल्कि आपके लिये खासतौर पर खाना डिजाइन भी कर सकता है साथ ही साथ यह खाना बनाने के साथ उसका एक वीडियो भी तैयार करता चलेगा। यदि आप यह जानना चाहें कि यह कैसे बना या किस स्तर पर बिगड़ा है तो इसकी पूरी जांच कर सकते हैं। इसका एक फायदा यह भी है किकल को एक नौसिखिया भी इस वीडियो को देखकर वही खाना फिर से मानवीय स्तर पर तैयार कर सकता है। यह मशीनी रसोइया तलने भूनने के गंध और आवाज से भी बहुत कुछ उसी तरह के अंदाजे लगा सकता है जैसा कि आजकल के कुशल मानवीय रसोइये या शेफ  लगाते हैं। इस भविष्य के रोबो रसोइये में लगे कंप्यूटर प्रोग्राम हजारों पाकविधियों के आंकड़े निकालकर उनके रासायनिक अवयओं, यौगिकों का विश्लेषण करके तरह-तरह के स्वाद और स्वादों का संयोजन बनायेंगे। प्रशिक्षित शेफ  इनकी सहायता ले कर अजूबे और अनूठे व्यंजन रचेंगे।