‘आधार’ न देने वालों की एल.पी.जी. आपूर्ति बंद

जालन्धर, 10 जनवरी (शिव शर्मा): एक ओर सरकार द्वारा हर घर में एल.पी.जी. के प्रयोग के लिए उत्साहित किया गया है  परन्तु कम्पनियों के आए निर्देश के बाद गैस एजैंसियों ने उन ग्राहकों की यह सप्लाई बंद कर दी है जिन्होंने अभी तक गैस एजैंसियों को अपना आधार जमा नहीं करवाया है। जिन ग्राहकों की सप्लाई बंद की गई है, उनमें कई ग्राहक तो महंगी सप्लाई ले रहे हैं व वह सब्सिडी भी नहीं ले रहे हैं, परन्तु उनकी सप्लाई आधार न देने कारण बंद कर दी गई है। जिनको सप्लाई नहीं मिली है उनको एजैंसियों के पास जाने पर उनको कम्पनी से सम्पर्क करने के लिए कहा गया है।  एल.पी.जी. एजैंसी के एक प्रबंधक ने इसकी पुष्टि करते कहा कि इस तरह के फैसले कम्पनियों द्वारा किये जाते हैं, क्योंकि सारी सप्लाई अब कम्पनियों के हाथों में है। कई ग्राहकों को अपने आधार देने के लिए कहा गया था, परन्तु ग्राहकों ने अपने आधार जमा नहीं करवाए हैं। कम्पनी ने इस बारे इस तरह के ग्राहकों की सप्लाई पीछे से रोक दी है। यह फैसला गत दिनों ही लागू किया गया है। एल.पी.जी. की सप्लाई कई लोग बिना सब्सिडी से भी ले रहे हैं जिनमें पति-पत्नी में से यदि कोई एक दूसरे शहर में रहता है तो उसने अपना आधार वहां गैस एजैंसी को दिया है, जबकि पति या पत्नी अलग रहते हैं तो वह दूसरी गैस एजैंसी को अपना आधार दूसरी बार नहीं दे सकते हैं, परन्तु उनको खाना बनाने के लिए एल.पी.जी. की ज़रूरत होती है।  इस तरह से और ग्राहकों में ज्यादातर बुज़ुर्ग लोग प्रभावित हुए हैं या फिर उन लोगों की एल.पी.जी. की सप्लाई बंद कर दी गई है जोकि अपने हाथों मेहनत का काम करते हैं व अंगुलियों के निशान घिस गए हैं। इस तरह से बुज़ुर्गों की अंगुलियों के निशान भी आधार बनाने के लिए नहीं आते व उनके आधार नहीं बन सके हैं। कई लोग जिनके हाथ नहीं हैं उन लोगों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। इस वर्ग के लोगों के आधार बनाने के लिए एजैंसी ने कोई हल नहीं निकाला है कि बुज़ुर्गों सहित जिन लोगों के आधार नहीं बने हैं, वह कहां जाएंगे। उनके आधार न होने कारण सप्लाई बंद क्यों की गई है।  कई लोगों ने एक बार नहीं बल्कि कई बार अपने आधार बनाने के लिए कार्रवाई पूरी की हुई है परन्तु इसके बावजूद उनके आधार अभी तक नहीं आए हैं। कई लोगों ने कहा कि वह तो सब्सिडी भी नहीं लेते तो फिर आधार क्यों ज़रूरी किया गया है। केन्द्र द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में उज्जवला योजना तहत लोगों को एल.पी.जी. कनैक्शन बांटे गए हैं, परन्तु इस तरह के लोगों में कईयों के आधार नहीं बने हैं तो वह लोग अब एल.पी.जी. से वंचित हो जाएंगे।उधर तीन कम्पनियों ने अपनी मज़र्ी के अनुसार एल.पी.जी. कनैक्शन दूसरी एजैंसी के पास ट्रांसफर करने की नीति को बदलते हुए फैसला किया है कि जब भी किसी ग्राहक का कनैक्शन दूसरी एजैंसी के पास भेजा जाना है तो इसलिए बाकायदा ग्राहक की ज़रूर सलाह ली जाएगी। इससे पहले कम्पनियों द्वारा अपनी मज़र्ी से ही लोगों के एल.पी.जी. कनैक्शन दूसरी एजैंसी में ट्रांसफर कर दिये जाते थे तो लोगों में रोष फैल जाता था, क्योंकि कई लोग पहली एजैंसी की सप्लाई से खुश थे व कम्पनियां अपनी मज़र्ी से दूसरी एजैंसी खोलने पर बिना पूछे ही कनैक्शन ट्रांसफर कर देती थी, परन्तु इस बार की गई उच्च स्तरीय बैठक में नया फैसला किया गया है।